इलाहाबाद हाईकोर्ट (हिंदी:इलाहाबाद उच्च न्यायलय, अंग्रेजी:High Court of Judicature at Allahabad) सन 1869 से प्रयागराज में स्थित एगो हाइकोर्ट बाटे जेवना क न्याय क्षेत्र उत्तर प्रदेश हवे। ई भारत की सबसे शुरूआती हाइकोर्टन में से एगो हवे। एकर एगो खण्डपीठ लखनऊ में भी बाटे। इलाहाबाद हाईकोर्ट में जज लोगन का अधिकतम संख्या 160 बाटे जेवन भारत की कुल हाईकोर्टन में सबसे ढेर बा [1]

इलाहाबाद हाइकोर्ट क भवन

इलाहाबाद हाइकोर्ट क अस्थापना 1834 में भारत की उत्तरी-पश्चिमी प्रान्तन खातिर भइल जब इहँवा गवर्नर क आसन अस्थापित भइल लेकिन एके कुछे दिन बाद आगरा भेज दिहल गइल। आगरा में 1866 में एकर वर्तमान रूप में 1861 की उच्च न्यायलय अधिनियम की तहत गठन भइल आ 1869 में एके फ़िर से इलाहाबाद ले आवल गइल तबसे ई इलाहाबाद में स्थित बाटे।[2] सर वाल्टर मोर्गन एकर पहिला मुख्य न्यायाधीश रहलें।

एकर वर्तमान भवन बनला से पहिले ई इलाहाबाद इन्वर्सिटी की दरभंगा हाल में रहे जहाँ आजकाल इन्वर्सिटी की रजिस्टार क कार्यालय बाटे।[2]

एकर वर्तमान नाँव (High Court of Judicature at Allahabad) 11 मार्च सन् 1919 में भइल। सन् 2000 में उत्तरांचल (अब उत्तराखण्ड) बनला पर एकरी अन्दर आवे वाला क्षेत्र इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्य्यायाधिकार में आवल बंद हो गइल।

  1. Judge strength in High Courts increased
  2. 2.0 2.1 Ashutosh Joshi (1 जनवरी 2008) Town Planning Regeneration of Cities New India Publishing p. 93. ISBN 8189422820

बाहरी कड़ी

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