केबिल पर टिकल पुल (अंग्रेजी: केबिल-स्टेइड ब्रिज) में एक या दू ठो पिलर होलें जिनहन से पंखा नियर केबिल निकल के पुल के डेक के सपोर्ट देलीं। ई सस्पेंशन पुल से एह मामिला में अलग होला कि केबिल सभ सीधे पिलर से जुड़ल होलीं, जबकि सस्पेंशन ब्रिज में मुख्य केबिल से खड़ा-खड़ी लटके वाली केबिल सभ के इस्तमाल पुल के डेक के सपोर्ट खातिर होला।

नया नैनी पुल, इलाहाबाद

सोलहवीं सदी से अइसन पुल सभ के निर्माण हो रहल बाटे। उन्नईसवीं सदी में इनहन के ढेर इस्तमाल होखे लागल। ई पुल आमतौर पर तब बनावल जालें जब स्पैन, यानि खम्हा के बीचा के दूरी के बिस्तार ढेर होला। केबिल-टिकल पुल के खम्हा के बीच के दूरी कैंटीलिवर पुल के तुलना में ज्यादा होले आ सस्पेंशन ब्रिज के तुलना में कम होले। कुछ पुल अइसन भी बाने जिनहन के सस्पेंशन आ केबिल-टिकल पुल, दुनों तरह के खासियत के मिला के बनावल गइल बाटे।

भारत के सभसे लंबा केबिल-टिकल पुल मुंबई-वरली समुंद्र लिंक बाटे। इलाहाबाद में यमुना नदी पर नैनी आ इलाहाबाद शहर के बीच में बनल नया यमुना पुल भी केबिल-टिकल पुल हवे।

इहो देखल जाय संपादन करीं