योग सूत्र प्राचीन भारत के ग्रंथ हवे जे सूत्र शैली के रचना हवे आ एकर संकलन महर्षि पतंजलि द्वारा पहिले के योग संबंधी परंपरा आ बिचार सभ के एकट्ठा क के सूत्र के रूप में ब्यक्त करे से भइल हवे। एह ग्रंथ में कुल 196 गो सूत्र बाड़ें। भारत के मध्ययुग में ई एगो अइसन रचना रहल जेकर कई भाषा सभ में अनुबाद भइल जेह में चालिस गो भारतीय भाषा आ दू गो बिदेसी भाषा बाड़ी, जावानी भाषा आ अरबी भाषा। बीच में ई ग्रंथ बिलुप्त हो गइल रहे आ उन्नईसवीं सदी में दोबारा विवेकानंद आ थियोसोफिकल सोसाइटी के कोसिस से सोझा आइल।