गोपालगंज जिला: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर
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लाइन 44:
<p>देशो-विदेश में रहेवाला लोग जब साल-दूसाल पर अपना घरे आवेला तब ऊ थावेवाली माई के दर्शन करे जरुर आवेला।. बाकिर अफ़सोस एह बात के बा कि एतना महातम के बावजूद एह स्थान के सही तरीका से विकास नईखे भईल। आम जनता आ प्रशासन के मिलजुल के एह स्थान के समुचित विकास के कोशिश करे के चाहीं जेहसे कि माई के स्थान विश्व का मानचित्र पर एगो महत्बपूर्ण दर्शनीय जगह बन जावे।</p>
<p>'''दिघवा दुबौली''': गोपालगंज से ४० किलोमीटर दक्खिन-पूरब तथा छपरा से मशरख जाए वाली रेल लाईन पर ५६ किलोमीटर उत्तर में दिघवा-दुबौली एगो जगह बा, जहांपिरामिड के आकार के दुठो टीला बा। अईसन मानल जाला कि एकर निर्माण एहिजा शासन कर रहल चेर राजा लोग बनवले रहे।</p>
<p>'''हुस्सेपुर''': गोपालगंज से २४ किलोमीटर उत्तर-पछिम में झरही नदी के किनारे हथुआ महाराजा के बनवावल किला अब खंडहर हो गईल बा।। ई गाँव पहिले हथुआ नरेश के गतिविधियन के केंद्र रहे। किला के चारु ओरी बनल खड्डा अब भर चुकल बा। किला के सामने बनल टीला हथुआ राजा के मेहरारु द्वारा सती होखे के गवाह बा।
</p> ''' विनोद खरेंया ''' गोपालगंज से २१ किलोमीटर पछिम में इ एगो छोटहन गाँव बा , जहाँ दुर्गा माई के एगो बड़ा निमन मंदिर बनल बाटे . अगर रउरा सब के देखे के मन करे त जरुर आएब . ए गाँव में रउरा सब के आव भगत होई
राजेश त्रिपाठी प्रकाश २१:०० , ११ अक्टूबर २०१२
दिवाकर मणि [Diwakar Mani] १०:४६, ५ जनवरी २०११ (UTC)
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