रामायण: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर
Content deleted Content added
छो clean up using AWB |
छो आधार लेख छँटाई using AWB |
||
लाइन 2:
कुछ भारतीय विद्वान कहेले कि इ ६०० ईपू से पहले लिखल गईल रहल। ओकरा पीछे कारन इ बा कि [[महाभारत]] जे एकरे बाद आइल, [[बौद्ध धर्म]] के बारे में मौन ह जबकि एमें जैन, शैव, पाशुपत आदि अन्य परम्पराओं के वर्णन बा। अतः रामायण [[गौतम बुद्ध]] के काल के पहिले के होखे के चाहि। भाषा शैली से भी इ [[पाणिनि]] के समय से पहिले का होखे के चाहि। रामायण के सात अध्याय हैं जेके काण्ड के नाम से जानल जाला।
[[श्रेणी:काव्य]]
Line 10 ⟶ 8:
[[श्रेणी:महाकाव्य]]
[[श्रेणी:हिन्दू धर्म]]
{{हिंदू-कथा-आधार}}
|