फिलिम: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर

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{{मुख्य|फिलिम के इतिहास}}
[[File:Muybridge race horse animated.gif|left|thumb|300px|कबो कबो १८७८ में बनावल ''[[:en:Sallie Gardner at a Gallop|Sallie Gardner at a Gallop]]'' from 1878 के पहिला फिलिम मानल जाला]]
आदम काल में मानव आपन छाया जल में देखि के समय बितावत रहे. कबो अपना चेहरा पर फेंड के पतई मिस के हरियर रग पोतत रहे त कबो जरल पतई के करिखा पोत के अपना के जल में निहारत रहे आ मनोरंजन करत रहे। आपन चेहरा देखे के चाहत आदमी के "सीसा" के खोज करे खाती प्रेरित कईलस।बतावल जाला की सीसा के खोज २५०० बरीस ई. पु. मेसोपोटामिया  में बनल रहे लेकिन ई सब सीसा छोट आकर के रहे जवना के सीसा बनावे के प्रयास मात्र कहल जा सकत रहे। बाद में लगभग १५०० बरीस ई. पु. मिश्र में सीसा बने लागल रहे। फ़ोटो छवि बनावे में सक्षम पहिला हाली कैमरा से पहले ई 1827 में  एगो करिआ कपडा ओढ़ाके एगो लकड़ी के डिब्बा  के तल में एक फोटोग्राफिक प्लेट डाल के प्रयोग कईले रहन जवन Nicephore Niepce द्वारा आविष्कार कईल गईल रहे। एह प्रकार स्थिर चित्र खिचे के  सुरुआत भईलभइल रहे। बाद में एहि प्रक़र के कैमरा में डोरा बंधी के दौड़त घोडा के चित्र खिचे के प्रयाश कईल गईल ई प्रयास सफल भइल बाद में १८६७ ई में अमेरिका में चलचित्र खिचे वाली मशीन जवना के नाम "जूपराक्सीस्कोप" रहे से गतिमान चित्र खिचल गईल रहे ओकरा बाद बहुत तेजी से यह क्षेत्र में बिकाश भईलभइल जापान जर्मनी चाइना भारत चारु ओर बिभिन्न प्रकार के चलचित्र कैमरा और चलचित्र बनावे वाली कंपनी बाजार में आगईलस |१८६२ ई में सीसा के टुकड़ा प फोटो सटा के लेंस के सामने से चले वाला छोट मशीन बन गईल रहे। लोग हर पार्टी आदि में एकरा के देखत आ मनोरंजन करत रहे एकरा के "जादू के लालटेन "कहल जात रहे | John Ayrton एगो Thaumatrope नाम के यंत्र बनवले रहन जेकरा में घोडा आ धुड़सवार के चलत चित्र लउकत रहे। सन् १८८५ में दू आदमी George-Eastman आ William H. Walker फिलिम के पहिला रील के बिकास कईले ई जिलेटिन पायस पायस के बनल रहे। बाद में स. 1902 में एहि रील के प्रयोग कईके "चन्द्र यात्रा " के फिलिम बनल रहे। फेन १९०३  ई में निर्देशक तथा कैमरामैन Edwin S. Porter एगो ट्रेन डकैती के सच्चा घटना प आधारित १० मिनट के चलचित्र बनवले रहन जवना के नाम रहे "ग्रेट  ट्रैन  रॉबरी"। १९०५ में पहिला ब्यवसायिक फिलिम बनल जवना के नाम रहे ५ सेंट मूवीज़ थियेटर। एकरा बाद १९०७ से बहुत अंग्रेजी फिलिम बनली स। भारत में सं १८९६ में पहिला Lumiere Brothers से  बम्बई नाम के कला चित्रण भईलभइल रहे। भारतीय सिनेमा में दादा साहेब (देवराम सखाराम भटवडेकर ) के प्रयास के अग्रगण्य मानल जाला। आज भी सिनेमा जगत में दादा एगो सम्मान के शब्द मानल जाला। सं १८९७ में हीरालाल सेन द्वारा निर्देशित फिलिम "फारस के फूल " बहुत सफल मानल गईल।
 
==प्रभाव==
"https://bh.wikipedia.org/wiki/फिलिम" से लिहल गइल