सिक्किम: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर

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'''सिक्किम''' [[भारत]] के 29 राज्य में से एगो ह। ई के राजधानी [[गांतोक]] बा।
सिक्किम के जनसंख्या भारत के राज्य में से सब्से कम बा तथा क्षेत्रफल गोआ के पश्चात से भि कम ह।सिक्किम नामग्याल राजतन्त्र द्वारा बनल एगो स्वतन्त्र राज्य रहल, परन्तु प्रशासनिक समस्यायों के चलते तथा भारत से विलय के जनमत के कारण 1975 में एगो जनमत-संग्रह के कारन भारत में डालल् गइल ओहि के करन संग्रह के पश्चात राजतन्त्र के बाद औरि भारतीय संविधान के नियम-प्रणाली के दांचा में प्रजातन्त्र भइल।
अंगूठे के आकार जैसन ई राज्य पश्चिम में नेपाल,परेला उत्तर तथा पूर्व से चीन तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र तथा दक्षिण-पूर्व से भूटान से जुरल बा। भारत के पश्चिम बंगाल राज्य से दक्षिण में बा।सिक्किम मे अंग्रेजीअंगरेजी,नेपाली, लेप्चा, भूटिया, लिंबू औरि हिंदी जैसन भाषा के पर्योग होला परन्तु लिखे खातिर अंग्रेजीअंगरेजी औरि नेपालि ही उपयोग जादा।होला हिन्दू तथा बज्रयान बौद्ध धर्म सिक्किम के प्रमुख धर्म बा।लेकिन यहा औरि जाति के लोग भि रहेला जैसे कि मुस्लिम,हिन्दु,लेपचा,राइ,गुरुन्ग आदि।
कहल जाला कि बौद्ध संत गुरु रिम्पोचे 9 वीं सदी के सिक्किम के,बौद्ध धर्म और राजशाही के पूर्वाभास युग शुरू करले. ओहि के अनुसार्, नामग्याल राजवंश 1642 में स्थापित करल गइल . अगले 150 वर्ष से ई राज्य नेपाली आक्रमणकारियों के खातिर लगातार छापा मारल गइल और प्रादेशिक नुकसान भैइल।
अपने छोटे आकार के बावजूद भि सिक्किम भूगोलीय दृष्टि से काफ़ी विभिन्न बा। कंचनजंगा जो कि दुनिया के तीसरा सबसे ऊंचा चोटी बा,उ सिक्किम के उत्तरी पश्चिमी भाग में नेपाल की सीमा पर परेला और ई पर्वत चोटी के प्रदेश के कई भागो से आसानी से ही देखाइ देला। सिक्किम के विशेषता जेमे एकर साफ सुथरा ,प्राकृतिक सुंदरता एवं राजनीतिक स्थिरता शामिल बा
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फुन्त्सोंग नामग्याल के पुत्र, तेन्सुंग नामग्याल उनकरा बाद 1670 में कार्य-भार संभालन। तेन्सुंग राजधानी के युक्सोम से रबदेन्त्से स्थानान्तरित कर दिहलन। सन 1700 में भूटान में चोग्याल के अर्बहन, जिसे राज-गद्दी से वंचित कर दिया गया था, द्वारा सिक्किम पर आक्रमण हुआ। तिब्बतियों की सहयता से चोग्याल को राज-गद्दी पुनः सौंप दी गयी। 1717 तथा 1733 के बीच सिक्किम के नेपाल औरि भूटान के अनेक आक्रमणों के सामना करेके पड़ल जेकारा कारण रबदेन्त्से के अन्तत:पतन हो गइल।
 
1791 में चीन ने सिक्किम के मदद के लागि औरी तिब्बत के गोरखा से बचावे के खातिर अपन सभि सेना भेज देले रहस। नेपाल हारे के पश्चात,सिक्किम के राजा वंश के भाग बन गइल। पड़ोसी देश भारत में ब्रतानी राज आवे के बाद सिक्किम अपन प्रमुख दुश्मन नेपाल के विरुद्ध हाथ मिला लेह्लस्।बाद मे नेपाल सिक्किम पर आक्रमण करदेहलस एवं तराई के साथ काफी सारे क्षेत्रों पर कब्जा करलेहलस। एक्रे वज़ह से ईस्ट इंडिया कम्पनी नेपाल पर चढ़ाई कर देह्लस जेकर परिणाम 1814 के गोरखा युद्ध रहल। सिक्किम और नेपाल के बीच एगो सुगौली संधि तथा सिक्किम औरि ब्रतानवी भारत के बीच भइल तितालिया संधि के द्वारा नेपाल द्वारा अधिकृत सिक्किमी क्षेत्र सिक्किम के वर्ष 1817 में लौटा दियल गइल। एहि के करन, अंग्रेज द्वारा मोरांग प्रदेश में कर लागू करने के कारण सिक्किम और अंग्रेजीअंगरेजी शासन के बीच संबंध में कड़वाहट आ गइल।वर्ष 1849 में दो अंग्रेज़ अफसर, सर जोसेफ डाल्टन और डाक्टर अर्चिबाल्ड कैम्पबेल, जेमे उत्तरवर्ती (डाक्टर अर्चिबाल्ड) सिक्किम और ब्रिटिश सरकार के बीच संबंधों के लिए जिम्मेदार मनल गइल्, बिना अनुमति अथवा सूचना के सिक्किम के पर्वतों में चलगइलन। इ दोनों अफसरों को सिक्किम सरकार ने बंधी बना लेह्लस एहि के वझह से नाराज़ ब्रिटिश शासन इ हिमालयी राज्य पर चढाई करदेह्लस औरि 1835 में भारत के साथ मिला देह्लस। इ चढाई के परिणाम वश चोग्याल ब्रिटिश गवर्नर के आधीन एगो कठपुतली राजा बन के रहगेह्लस।
 
1947 में एगो लोकप्रिय मत द्वारा सिक्किम के भारत में विलय के अस्वीकार कर दिहलश औरि तत्कालीन भारतीय प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू सिक्किम के संरक्षित राज्य के दर्जा प्रदान कइलन। इकरा चलते भारत सिक्किम के संरक्षक भैइल। सिक्किम के विदेशी, राजनयिक अथवा सम्पर्क संबन्धी विषयों के ज़िम्मेदारी भारत संभाल लेहलक। सन 1955 में एगो राज्य परिषद् स्थापित कैइल गइल जेकरा आधीन चोग्याल के एगो संवैधानिक सरकार बनाए के अनुमति दिअल गइल। ई दौर मे सिक्किम नेशनल काँग्रेस द्वारा फेर मतदान और नेपालियन के अधिक प्रतिनिधित्व के मांग के चलते राज्य में गडबडी के स्थिति पैदा हो गइल। 1973 में राजभवन के सामने भैइल दंगन के कारण भारत सरकार से सिक्किम के संरक्षण प्रदान करेके औपचारिक अनुरोध कइल गइल। चोग्याल राजवंश सिक्किम में अत्यधिक अलोकप्रिय साबित होत रहल ह। सिक्किम पूर्ण रूप से बाहरी दुनिया के खातिर बंद रहल औरि बाह्य विश्व के सिक्किम के बारे मैं बहुत कम जानकारी रहल। यद्यपि अमरीकन आरोहक गंगटोक के कुछ चित्र औरि अन्य कानूनी प्रलेख के तस्करी करे में सफल भैइल। ई प्रकार भारत के कार्यवाही विश्व के दृष्टि में आइल। यद्यपि इतिहास लिखल जा चुकल रहलक औरि वास्तविक स्थिति विश्व के तब पता चलल जब काजी (प्रधान मंत्री) 1975 में भारतीय संसद से ई अनुरोध करलन कि सिक्किम के भारत के एगो राज्य स्वीकार करके ओकरा के भारतीय संसद में प्रतिनिधित्व प्रदान कैइल जाव। अप्रैल 1975 में भारतीय सेना सिक्किम में प्रविष्ट भैइल औरी राजमहल के पहरेदारन के निःशस्त्र करला के बाद गंगटोक के अपना कब्जे में ले लिहलश। दु दिन के भीतर सम्पूर्ण सिक्किम राज्य भारत सरकार के नियंत्रण में रहलश। सिक्किम के भारतीय गणराज्य मे सम्मिलित्त करला के प्रश्न पर सिक्किम के 97.5 प्रतिशत जनता समर्थन कइलन। कुछ ही हप्ता के उपरांत 16 मई 1975 मे सिक्किम औपचारिक रूप से भारतीय गणराज्य के 22 वां प्रदेश बनल औरि सिक्किम मे राजशाही खत्म भइल।
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==पत्राचार==
 
दक्षिण नगर क्षेत्र में अंग्रेजीअंगरेजी, नेपाली औरि हिंदी के दैनिक पत्र हवे । नेपाली समाचार-पत्र स्थानीय रूप से ही छपेला परन्तु हिंदी तथा अंग्रेजीअंगरेजी के पत्र सिलिगुड़ी में छप के आवेला। सिक्किम में नेपाली भाषा में प्रकाशित समाचार पत्र के मांग विगत दिन में बढ़ते जा रहल बा। समय दैनिक, हाम्रो प्रजाशक्ति, हिमाली बेला औरि साङ्गीला टाइमस् इत्यादि नेपाली समाचार पत्र गंगटोक से प्रकाशित होवेला जेमे हाम्रो प्रजाशक्ति राज्य के सबसे बड़ औरि लोकप्रिय समाचार पत्र हवे । अंग्रेजीअंगरेजी समाचार पत्र में सिक्किम नाओ औरि सिक्किम एक्सप्रेस हिमालयन मिरर स्थानीय रूप से छपेला,तथा द स्टेट्समैन तथा द टेलेग्राफ़ सिलिगुड़ी में छपल जाला जबकि द हिन्दू तथा द टाइम्स ऑफ़ इन्डिया कलकत्ता में छपे के एगो दिन पश्चात् गंगटोक, जोरेथांग, मेल्ली तथा ग्याल्शिंग पहुँच जाला। सिक्किम हेराल्ड सरकार के आधिकारिक साप्ताहिक प्रकाशन ह । हाल-खबर सिक्किम के एकमात्र अंतर्राष्ट्रिय समाचार के मानकीकृत प्रवेशद्वार हवे । सिक्किम सें 2007-में नेपाली साहित्य के ऑनलाइन पत्रिका टिस्टारंगीत शुरु हो गैइल ह जेकर संचालन साहित्य सिर्जना सहकारी समिति लिमिटेड] करेला।
अन्तर्जाल सुविधा जिला मुख्यालय में उपलब्ध ह परन्तु ब्रॉडबैंड सम्पर्क उपलब्ध न हवे तथा ग्रामीण क्षेत्र में अभी अन्तर्जाल सुविधा उपलब्ध न ह । थाली विद्युत-ग्राहक(Dish antennae) द्वारा अधिकतर घर में उपग्रह दूरदर्शन सरणि(satellite television channels) उपलब्ध हटे । भारत में प्रसारित सरणिय के अतिरिक्त नेपाली भाषा के सरणि भी प्रसारित किरल जाला। सिक्किम केबल, डिश टी0 वी0, दूरदर्शन तथा नयुमा (Nayuma) मुख्य सेवा प्रदान करेला । स्थानीय कोष्ठात्मक दूरभाष सेवा प्रदाताओं(cellular phone service provider) के अच्छी सुविधा उपलब्ध हते जेमे भा0सं0नि0लि0 के सुविधा राज्य-विस्तृत ह परन्तु रिलायन्स इन्फ़ोकॉम तथा एयरटेल केवल नगरीय क्षेत्र में हते । राष्ट्रिय अखिल भारतीय आकाशवाणी राज्य के एकमात्र आकाशवाणी केन्द्र हवे।