चंद्रगुप्त I: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर

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चंद्रगुप्त, लगभग 335 ईस्वी में अपना बेटा समुद्रगुप्त के आपन उत्तराधिकारी नियुक्त कइलें।<ref name="Thapar2008">{{cite book|author=रोमिला थापर|title=भारत का इतिहास (1000 E.P-1526 E)|url=https://books.google.com/books?id=Kar5P7KSbbIC&pg=PA124|date=2008|publisher=राजकमल प्रकाशन प्रा॰ लि॰|isbn=978-81-267-0568-9|pages=124–}}</ref> हालाँकि, आधुनिक जमाना के इतिहास लेखक लोग के मत अनुसार राजगद्दी के ई बदलाव अतना आराम से ना भइल<ref name="Thapar2008"/> आ समुद्रगुप्त आ चन्द्रगुप्त के बिचा में एगो अउरी राजा भइलें जिनके नाँव कचगुप्त रहल आ ऊ साइद चंद्रगुप्त के भाई रहलें। एह बिबाद के परमान के रूप में कचगुप्त के नाँव वाला सिक्का सभ के महत्व वाला मानल जाला जे सुरुआती गुप्त काल के सिक्का भंडार सभ में बहुतायत से मिले लें। [[इलाहाबाद]] के अशोक स्तम्भ पर खोदल [[प्रयाग प्रशस्ति]] में, जहाँ समुद्रगुप्त के बिजय अभियान के बिस्तार से बिबरन लिखल गइल बा, एह बात के कुछ संकेत मिले ला की समुद्रगुप्त के राजगद्दी खाती संघर्ष करे के परल।<ref name="Agrawal1989">{{cite book|author=Ashvini Agrawal|title=Rise and Fall of the Imperial Guptas|url=https://books.google.com/books?id=hRjC5IaJ2zcC&pg=PA104|year=1989|publisher=Motilal Banarsidass Publ.|isbn=978-81-208-0592-7|pages=104–}}</ref>
 
==गैलरी==
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File:Dinar of Chandragupta I LACMA M.77.55.15 (1 of 2).jpg|चंद्रगुप्त I के समय के दीनार
File:Queen Kumaradevi and King Chandragupta I on a coin of their son Samudragupta 350 380 CE.jpg|कुमारदेवी आ चंद्रगुप्त, समुद्रगुप्त के काल के सिक्का पर देखावल
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==इहो देखल जाय==
* [[चंद्रगुप्त मौर्य]]
* [[चंद्रगुप्त II|चंद्रगुप्त विक्रमादित्य]]
* [[समुद्रगुप्त]]
* [[गुप्त साम्राज्य]]
 
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