संधि: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर
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===हल् संधि===
जब दू गो [[प्रत्याहार|हल् (व्यंजन वर्ण)]] आपस में मेल करें आ उनहन के उच्चारण में बदलाव होखे तब हल् संधि (व्यंजन संधि) होला। नीचे पाणिनीय व्याकरण के कुछ प्रमुख सूत्र आ उनहन के उदाहरण दिहल जात बा:
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! सूत्र !! अरथ !! उदाहरण
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| '''स्तोः श्चुना श्चुः''' || सकार अउरी तवर्ग के बाद अगर शकार चाहे चवर्ग के वर्ण आवें तब उनहन के जगह पर शकार आ चवर्ग हो जाला। || रामस् + शेते = रामश्शेते
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| '''ष्टुना ष्टुः''' || सकार अउरी तवर्ग के बाद अगर षकार चाहे टवर्ग के वर्ण आवें तब उनहन के जगह पर षकार आ टवर्ग हो जाला।|| रामस + षष्ठः = रामष्षष्ठः
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| '''झलां जशोऽन्ते''' || पड़ के अंत में अगर झल् वर्ण होखे तब उनहन के जगह जश् वर्ण हो जालें। || वाक् + ईशः = वागीशः
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| '''मोऽनुस्वारः''' || म् से अंत होखे वाला पद के बाद कौनों हल् आवे तब म् के अनुस्वार हो जाला। || हरिम् + वन्दे = हरिं वन्दे
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| '''विसर्जनीयस्य सः''' || अगर विसर्ग के बाद खर् वर्ण होखें, विसर्ग के जगह सकार हो जाला। ||
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===विसर्ग संधि===
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