सतुआन: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर
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लाइन 1:
'''सतुआन''' भोजपुरी संस्कृति के काल बोधक पर्व ह। [[हिन्दू पतरा]] में सौर मास के हिसाब से सुरूज जहिआ भूमध्य रेखा (बिसुवत रेखा) से उत्तर के ओर जाले तहिये ई पर्व मनावल जाला। एहि दिन से खरमास के भी समाप्ति मान लिहल जाला।
सतुआन के बहुत तरह से
दो मिनट में मैगी खाने वाली पीढ़ी को यह जानकर आश्चर्य होगा, कि सतुआ गूँथने में मिनटों नहीं लगता है। और ना ही आग पर पकाने की जरूरत और ना ही बर्तन की आवश्यकता है। सात भुने अनाज के आटे से बने सतुआ को घोल कर पी भी सकते है, और इसे गुंथ कर खा भी सकते है, इसे गमछा बिछा कर पानी डाल कर और थोड़ा सा नमक मिला कर तैयार किया जा सकता है।
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