भूगोल: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर

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[[चित्र:World map 2004 CIA large 1.7m whitespace removed.jpg|thumb|320px|right|[[बिस्व]] के [[नक्शा]]|alt=बिस्व के नक्शा, भूगोल के बिसय पृश्वी के अध्ययन हवे।]]
 
'''भूगोल''' या '''भुगोल''' (अंगरेजी: ''ज्यॉग्रफी'') एगो [[बिज्ञान]] आ पढ़ाई के बिसय हउवे जवन [[पृथ्वी]] के अलग-अलग [[जगह]] भा क्षेत्र में पावल जाये वाला भौतिक आ जैविक घटना आ प्रक्रिया से बनल [[प्राकृतिक]] [[पर्यावरण]], आ मनुष्य के एह पर्यावरण के साथ संबंध से उपजल मनुष्य के रहन-सहन के तरीका आ मानवीय पर्यावरण के बर्णन, अध्ययन आdiyiti व्याख्या करे ला। सबसे पहिले ''ज्याग्रफिया'' (''γεωγραφία'') शब्द के प्रयोग यूनानी बिद्वान [[इरेटोस्थेनीज]] (276-194 ई॰पू॰) कइलें।
 
इतिहासी रूप से भूगोल बिसय के अध्ययन के क्षेत्र सबसे पहिले बिबिध प्रकार के चीजन के धरती पर बितरण के बर्णन से शुरू हो के उनहन के ''[[स्पेशियल एनालिसिस]]'' ले पहुँचल, [[पर्यावरण पर मनुष्य के परभाव|मनुष्य-पर्यावरण संबंध]] के बिबिध रूप के अध्ययन एकर बिसय बनल, क्षेत्र या प्रदेश के अध्ययन के बिसय के रूप में एकर प्रतिष्ठा भइल, पृथ्वी बिज्ञान के बिबिध बिसय पर [[रिसर्च]] कइल भी एकर काम रहल<ref>{{Cite journal |last=Pattison |first=W.D. |date=1990 |title=The Four Traditions of Geography |journal=Journal of Geography |volume=89 |issue=5 |pages=202–6 |url=http://www.geog.ucsb.edu/~kclarke/G200B/four_20traditions_20of_20geography.pdf |issn=0022-1341 |doi=10.1080/00221349008979196 }} Reprint of a 1964 article.</ref> आ अब आधुनिक समय में भूगोल एगो अइसन बिसय के रूप में स्थापित बाटे जवन पृथ्वी आ एह पर निवास करे वाला मनुष्य के बीच के संबंध के सगरी पहलू के अध्ययन जगह आ क्षेत्र के संदर्भ में करत बा। आज भूगोल के मतलब खाली ई नइखे कि कवन चीज कहाँ पावल जाला बलुक इहो बा कि पृथ्वी के अलग-अलग हिस्सा में आज जवन रूप देखे के मिलत बा ऊ कइसे बनल आ एह में होखे वाला बदलाव के दिसा का बा।
"https://bh.wikipedia.org/wiki/भूगोल" से लिहल गइल