ओजोन परत: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर

Content deleted Content added
बाहरी कड़ी जोड़ल गइल
सुधार कइल गइल, फोटो जोड़ल गइल
लाइन 1:
[[चित्र:Ozone cycle.svg|230px|thumb|right|alt=ओजोन-ऑक्सीजन चक्र के ग्राफ द्वारा देखावल रूप|[[ओजोन–ऑक्सीजन]] चक्र जेह में ई बतावल बा कि कइसे ओजोन से ऑक्सीजन आ ऑक्सीजन से ओजोन बने ला।]]
'''ओजोन परत''' ({{Lang-en|Ozone layer}}; ''ओज़ोन लेयर''), जेकरा के '''ओजोन शील्ड''' ({{Lang-en|Ozone shield}}; अरथ: ओजोन के बनल सुरक्षा ढाल) भी कहल जाला, [[पृथ्वी]] के [[वायुमंडल]] में एगो अइसन परत (लेयर) हवे जहाँ [[ओजोन|ओजोन गैस]] (O<sub>3</sub>) के घऽन मौजूदगी बाटे आ ई परत सुरुज से आवे वाला ज्यादातर [[अल्ट्रावायलेट रेडिएशन|अल्ट्रावायलेट किरन]] सभ के सोख ले ले। ओजोन गैस [[ऑक्सीजन|ऑक्सीजने]] के एगो रूप हवे जेह में ऑक्सीजन के तीन गो मॉलिक्यूल होखे लें, खुद ई गैस तीखा गंध वाली आ बिसैला होखे ले बाकी धियान देवे वाली बात ई बा कि सुरुज से आवे वाला अल्ट्रावायलेट रेडिएशन पृथ्वी पर के जिया-जंतु खाती नोकसानदेह होला जेकरा के ई ओजोन परत सोख के पृथ्वी पर जीवन के बचाव करे ले।
 
Line 7 ⟶ 8:
ओजोन परत के खोज 1813 में फ्रांसीसी भौतिक बिग्यानी चार्ल्स फैब्रे आ हेनरी बुईस्सन द्वारा भइल, जब ऊ लोग ई देखल की पृथ्वी पर आवे वाला अल्ट्रावायलेट रेडियेशन के कौनों चीज सोख ले रहल बा।<ref>{{Cite journal|journal=Atmosphere-Ocean|volume=46|pages=1–13|doi=10.3137/ao.460101|year=2008|last1=McElroy|first1=C.T.|title=Ozone: From discovery to protection|last2=Fogal|first2=P.F.|s2cid=128994884}}</ref> एह परत के अउरी लच्छन सभ के खोज ब्रिटिश मौसमबिग्यानी जी. एम. बी. डाॅब्सन द्वारा कइल गइल जे एगो सिंपल किसिम के स्पेक्ट्रोमीटर बनवलें जवना से कौनों जगह के ऊपर के वायुमंडल में केतना ओजोन बा ई नापल जा सके। एही के चलते, उनुके सम्मान में आ ओजोन के घनापन बतावे वाला इकाई के डाॅब्सन इकाई (डाॅब्सन यूनिट) कहल जाला।
 
ओजोन परत लगभग सुरुज के अल्ट्रावायलेट रेडिएशन (लगभग 200 [[नैनोमीटर|nm]] से 315 nm [[वेवलेंथ]]) के लगभग 97 से 99 परसेंट हिस्सा के सोख लेवे ले, नाहीं त ई पृथ्वी पर चहुँप के इहाँ के जिया-जंतु के नोकसान करित।<ref name="NASA">{{cite web|url=http://www.nas.nasa.gov/About/Education/Ozone/ozonelayer.html |title=Ozone layer|access-date=2007-09-23}}</ref> 1976 में वायुमंडल संबंधी रिसर्च सभ में ई जाहिर भइल कि एह [[ओजोन कटाव आ ओजोन छेद|ओजोन परत में कटाव]] भा क्षय हो रहल बाटे जे पृथ्वी पर मनुष्य, अउरी जानवरन आ इकोसिस्टम खातिर खतरा के रूप में देखल गइल।<ref>An Interview with Lee Thomas, EPA's 6th Administrator. [http://www.epaalumni.org/history/video/interview.cfm?id=28 Video], [https://www.epaalumni.org/userdata/pdf/60740780F5ACB3D5.pdf#page=1 Transcript] (see p13). April 19, 2012.</ref> एकर प्रमुख कारन [[क्लोरोफ्लूरोकार्बन|क्लोरोफ्ल्यूरोकार्बन]] (सीएफसी गैस) सभ के वायुमंडल में प्रवेश मानल गइल आ आगे चल के इनहन पर पूरा दुनियाँ में रोक आ प्रतिबंध लगावल गइल। 16 सितंबर 1987 के ओजोन के संरक्षण के दिसा में [[मांट्रियल प्रोटोकाल]] लागू कइल गइल आ एही के उपलक्ष में ई दिन अब हर साल [[ओजोन दिवस|बिस्व ओजोन दिवस]] के रूप में मनावल जाला।
 
पृथ्वी के अलावा अउरी ग्रह सभ में से शुक्र के बारे में मालुम बा कि एकरो सतह से करीबन 100 किलोमीटर के ऊँचाई पर ओजोन के परत पावल जाले।<ref name="venus ozone">{{cite web | url=http://www.space.com/13244-venus-atmosphere-ozone-layer.html | title=Scientists discover Ozone Layer on Venus | publisher=Purch | work=SPACE.com | date=11 अक्टूबर 2011 | access-date=3 अक्टूबर 2015 | author=SPACE.com staff}}</ref>