भोजपुरी: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर
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'''
[[भोजपुरी क्षेत्र|मूल क्षेत्र]] के अलावा भोजपुरी जाने-बुझे वाला लोगन के बिस्तार बिस्व के सगरी [[महादीप]] कुल पर बा। उत्तर परदेश मे सबसे जादा भोजपुरी बनारस,बलिया,जौनपुर आउर गोरखपुर मे बोलल जाला।जेन्ने-जेन्ने यूरोपियन कॉलोनी रहल अंग्रेज लोग उत्तरपरदेश आ बिहार से भारी संख्या में मजदूरी करे खातिर लोग के ले गइल जिनहन लोग के भाषा भोजपुरी रहे। एसियाइ देशन में मउरीसस [[सूरिनाम]], [[गुयाना]], [[त्रिनिदाद आ टोबैगो]], [[फिजी]] नीयन देश प्रमुख बाड़ें जहाँ भोजपुरी प्रमुख भाषा के रूप में बोलल आ बुझल जाला, चाहे इहाँ भोजपुरी के मूल में अन्य भाषा सभ के तत्व मिल के नाया भाषा सभ के निर्माण भइल बा।
भारत के जनगणना आंकड़ा 2011 के अनुसार भारत में लगभग 5.1 करोड़ भोजपुरी बोले वाला लोग बा।<ref name=census2011 /> मय बिस्व में भोजपुरी जाने वाला लोगन के संख्या लगभग 7 करोड़ से जादे बा।<ref name="ethno_bho" /> द टाइम्स ऑफ इंडिया के एगो लेखा में कहल गइल बा कि मय विश्व में भोजपुरी बोले वला 16 करोड़ लोग बाड़ान जे में से 8 करोड़ [[बिहार]] आउर 7 करोड़ [[उत्तर परदेश]] में रहे लें बाकी १करोड़ लोग बचल बिश्व में रहे लें, उत्तर अमेरिका के भोजपुरी संगठन के भी कहनाम बा कि बिस्व में 18 करोड़ अमदी भोजपुरी बोले लें।<ref>http://www.bhojpuri.us</ref> जनगणना आ हई बात में अंतर एह चलते हो सकेला की ढ़ेर लोग जनगणना में भोजपुरी के आपन माईभाषा ना लिखवावस।
==
'''भोजपुरिया''' चाहे '''भोजपुरी''' शब्द ''भोजपुर'' शब्द से बनल बा। 12वा शताब्दी मे उज्जैनिया राजपूत आ [[चेरो राजकुल|चेरो]] सभ के जुद्ध भइल, जेकर उज्जैनिया लोग जितल आ आपन राजधानी के नांव आपन पूर्वज राजा भोज के नांव प ''भोजपुर'' (राजा भोज के नगर) धइल। ग्रियर्सन इहाँ, शाहाबाद के उत्तरी-पच्छिमी हिस्सा में, एगो कसबा आ परगना बतवले बाडें जेकरा नाम प एह भाषा के नाम पड़ल। बड़का भोजपुर आ छोटका भोजपुर नांव के दु गो गाँव आजो बक्सर जिला मे बा आ ओहिजा नवरतन महल के खंडहरो बाटे। आगे चल के इहे भोजपुर शब्द पूरा आरा चाहे शाहाबाद के क्षेत्र बदे प्रयोग होखे लागल आ '''भोजपुरिया''' चाहे '''भोजपुरी''' बिसेसन के एहिजा के लोग आ भासा ला प्रयोग होखे लागल। भोजपुरी छोड़ के एह भासा के अउरो सभ नांव रहे, जइसे मुगल सेना मे भोजपुरिया लोग के बक्सरिया कहल जात रहे। बनारस मे एकरा बनारसी आ अवध मे पूरबी कहल जात रहे। बंगाल मे देसवाली चाहे पछिमी कहल जाला। भारत के बहार सूरीनाम मे एकरा सरनामी हिंदुस्तानी आ कराबिआई देसन मे कैरीबियन हिंदुस्तानी कहल जाला।
==पैदाइश==
बिद्वान लोग भोजपुरी भाषा के पैदाइश [[मागधी]] अपभ्रंस से मानें लें।<ref name="vajpeyi" /> हवलदार त्रिपाठी के कहनाम बा कि भोजपुरी संस्कृते से निकलल हवे।<ref name="tripathiH" /> भोलानाथ तिवारी एकर उतपत्ति संस्कृत-प्राकृत से मागधी अपभ्रंस, आ मागधी अपभ्रंस से बिहारी भासा सभ (जे में भोजपुरी भी सामिल कइल जाले) बतवले बाड़ें।<ref name=bholanath />
भोजपुरी पर पच्छिमी बोली सभ के प्रभाव भी पाइल गइल बाटे।<ref name="Sharma2008" /> बाद के समय में एह में [[हिंदी]]-[[उर्दू]] के परभाव भी देखे के मिले ला आ [[फारसी]] के शब्द भी एतना स्वाभाविक रूप से घुल मिल गइल बाडेन कि ऊ भोजपुरिहा बेकति खातिर बिदेसी ना लागेलें। साथे-साथे [[अंगरेजी]] के शब्द भी देसी उच्चारण के साथ अब भोजपुरी में बहुत पावल जालें जेवन एह भाषा के शब्द-ग्राहकता के प्रबल प्रमाण बा।
==भूगोलीया बिस्तार==
===भूगोलीय बर्गीकरण===
भूगोलीया वर्गीकरण में उत्तर भारत क लगभग सगरी भाषा कुल [[इंडो-यूरोपियन]] परिवार के [[इंडो-ईरानियन]] समूह के भाषा ठहरेलीं। [[जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन|ग्रियर्सन]] महोदय भारतीय भाषा सभ के '''अंतरंग''' आ '''बहिरंग''', दू तरह की बिसेसता की आधार, प अलग-अलग श्रेणी में बँटलें जेवना में बहिरंग की आधार पर ऊ भारतीय भाषा सभ के तीन गो प्रमुख शाखा स्वीकार कइलें:
#उत्तर पच्छिमी शाखा,
#दक्खिनी शाखा, अउरी
#पूरबी
एह में अन्तिम शाखा के अन्तर्गत [[उड़िया]], [[असमिया]], [[बंगाली]] अउरी [[बिहारी भाषा|बिहारी]] भाषा सभ के गणना कइल जाला। [[बिहारी भाषा|बिहारी]] में [[मैथिली]], [[मगही]] अउरी भोजपुरी – ई तीन गो क्षेत्रीय भाषा बाड़ी। क्षेत्रविस्तार अउरी भाषाभाषी लोगन की संख्या की आधार पर भोजपुरी अपनी बहिन मैथिली अउरी मगही से बड़ ठहरेले।
[[File:Uttarpradesh-languages.GIF|thumb|300px|उत्तर प्रदेश के भाषा सभ के नक्शा, '''भोजपुरी''' सभसे दहिने, गहिरा नीला रंग में]]
[[File:Bihari languages.png|alt=Bihari languages|thumb|300px|
===क्षेत्र===
{{main|भोजपुरी क्षेत्र}}
भोजपुरी मुख्य रूप से [[उत्तर प्रदेश]] के पूर्वी जिला कुल अउर बिहार राज्य के पछिमही जिला कुल में बोलल जाला। उत्तर परदेश के वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, बलिया, जौनपुर, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, बस्ती, सिद्धार्थ नगर आदि जिला के रहेवाला आ बिहार राज्य के पुरबी चम्पारण, पछिमी चम्पारण, गोपालगंज, पछिमी मुजफ्फरपुर, सिवान, सारण, आरा, बक्सर, कैमूर आ रोहतास जिला के रहनिहार लोग के माईभाषा भोजपुरी हवे। एकरा अलावें कलकत्ता नगर में, बंगाल के "चटकल" में आ आसाम राज्य के चाय बगान में आ बंबई के अंधेरी-जोगेश्वरी नियन जगह में लाखन के संख्या में भोजपुरी भाषी लोग रहेलें।अतने ना, मारिशस, फिजी, ट्रिनीडाड, केनिया, नैरोबी, ब्रिटिश गायना, दक्खिन अफ्रीका, बर्मा (टांगू जिला) ई सब देश कुल में बड़ संख्या में भोजपुरिया लोग मिलेले।
भारत आ नेपाल के मूल भोजपुरी क्षेत्र के जिलावार बिस्तार:
{|class="wikitable"
|-
!जिला
!राज्य/देस
!जिला
!राज्य/देस
!जिला
!राज्य/देस
|-
|[[कुशीनगर जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[महाराजगंज जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[गोपालगंज जिला|
|बिहार
|-
|[[गाजीपुर जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[मिर्जापुर जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[पश्चिम चम्पारण जिला|
|बिहार
|-
|[[गोंडा जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[वाराणसी जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[पुर्वी चम्पारण जिला|
|बिहार
|-
|[[गोरखपुर जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[सिद्धार्थनगर जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[बक्सर जिला|
|बिहार
|-
|[[चंदौली जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[सुल्तानपुर जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[भभुआ जिला|
|बिहार
|-
|[[जौनपुर जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[कपिलवस्तु जिला|
|नेपाल
|[[भोजपुर जिला|
|बिहार
|-
|[[देवरिया जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[चितवन जिला|
|नेपाल
|[[रोहतास जिला|
|बिहार
|-
|[[फैजाबाद जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[नवलपरासी जिला|
|नेपाल
|[[वैशाली जिला|
|बिहार
|-
|[[बलियाँ जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[बारा जिला|
|नेपाल
|[[सारण जिला|
|बिहार
|-
|[[बस्ती जिला|
|उत्तर प्रदेश
|बीरगंज जिला
|नेपाल
|[[सिवान जिला|
|बिहार
|-
|[[बहराईच जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[रुपनदेही जिला|
|नेपाल
|[[गढ़वा जिला|
|झारखंड
|-
|[[मऊ जिला|
|उत्तर प्रदेश
|[[रौतहट जिला|
|नेपाल
|[[पर्सा जिला|
|झारखंड
|-
|
लाइन 174:
|
|
|[[पलामू जिला|
|झारखंड
|}
== बोली ==
:#आदर्श भोजपुरी
:#पच्छिमी भोजपुरी
:#अन्य दू उपबोलि (सब डाइलेक्ट्स) "मधेसी" आ "थारु" के नाम से प्रसिद्ध बा |
=== आदर्श भोजपुरी ===
जेकरा के [[ग्रियर्सन]] स्टैंडर्ड भोजपुरी कहलेबाड़े ऊ मुख्य रूप से बिहार राज्य के [[आरा]] जिला आ [[उत्तर प्रदेश]] के [[बलिया]], [[गाजीपुर|गाजीपुर जिला]] के पूर्वी भाग आ[[घाघरा]] (सरयू) आ [[गंडक]] के दोआब में बोलल जाले। ई लम्बा भूभाग में फैलल बा। एकरा में ढ़ेर स्थानीय विशेषता मिलेला। जहाँ [[शाहाबाद]], [[बलिया]] आ [[गाजीपुर]] आदि दक्षिणी जिला में "ड़" के प्रयोग होला ओहिजे उत्तरी जिला में "ट" के प्रयोग होला। एह प्रकार उत्तरी आदर्श भोजपुरी में जहाँ "बाटे" के प्रयोग होला ओहिजे दक्षिणी आदर्श भोजपुरी में "बाड़े"के प्रयोग होला। गोरखपुर के भोजपुरी में "मोहन घर में बाटें" कहल जाला लेकिन बलिया में "मोहन घर में बाड़ें" कहल जाला। पूर्वी गोरखपुर के भाषा को 'गोरखपुरी' कहल जाला लेकिन पश्चिमी गोरखपुर आ बस्ती जिला के भाषा के "सरवरिया" कहल जाला। "सरवरिया" शब्द "सरुआर" से निकल बा जवन "सरयूपार" के अपभ्रंश रूप ह। "सरवरिया" और गोरखपुरी के शब्द - विशेषत: संज्ञा शब्द-के प्रयोग में भिन्नता मिलेला बलिया (उत्तर प्रदेश) और सारन (बिहार) इ दुनो जिला में 'आदर्श भोजपुरी' बोलल जाला। लेकिन कुछ शब्द के उच्चारण में तनी अन्तर बा। सारन के लोग "ड" का उच्चारण "र" करेले। जहाँ बलिया निवासी "घोड़ागाड़ी आवत बा" कहेले, ओहिजे छपरा या सारन का निवासी "घोरागारी आवत बा" कहिहें। आदर्श भोजपुरी के एकदम निरखत रूप बलियाँ आ आरा में बोलल जाला।
=== पच्छिमी भोजपुरी ===
[[जौनपुर
: हम खरमिटाव कइली हा रहिला चबाय के।
: भेंवल धरल बा दूध में खाजा तोरे बदे।।
: जानीला आजकल में झनाझन चली रजा।
: लाठी, लोहाँगी, खंजर और बिछुआ तोरे बदे।। (तेग अली-बदमाश दपर्ण)
==लिखाई==
===कैथी लिखाई===
[[File:Kaithi handwritten.jpg|thumb|240px|
{{main|कैथी}}
===देवनागरी लिखाई===
{{मुख्य|देवनागरी}}
==साहित्य==
{{मुख्य|भोजपुरी साहित्य}}
भोजपुरी साहित्य में अइसन सगरी साहित्य के रखल जाला जवन [[भोजपुरी भाषा]] में रचल गइल बाटे। [[गोरखनाथ]], [[कबीरदास]] आ दरिया साहेब नियर संत लोगन के बानी से सुरुआत हो के [[भिखारी ठाकुर]] आ [[राहुल सांकृत्यायन|राहुल बाबा]] के रचना से होत भोजपुरी साहित्य के बिकास आज कबिता, कहानी, उपन्यास आ ब्लॉग लेखन ले पहुँच गइल बाटे। आधुनिक काल के सुरुआत में पाण्डेय कपिल, रामजी राय, भोलानाथ गहमरी नियर लोगन के रचना से वर्तमान साहित्य के रीढ़ मजबूत भइल बा।
भोजपुरी भाषा आ साहित्य के इतिहास लिखे वाला लोगन में [[ग्रियर्सन]], राहुल बाबा से ले के उदय नारायण तिवारी, [[कृष्णदेव उपाध्याय]], हवलदार तिवारी आ तैयब हुसैन 'पीड़ित' नियर बिद्वान लोगन के योगदान बा।{{sfn|तिवारी|2014|pp=25-35}} अर्जुन तिवारी के लिखल एकरा [[भोजपुरी साहित्य के इतिहास (किताब)|साहित्य के इतिहास]] भोजपुरी भाषा में मौजूद बा।
==मीडिया==
===सिनेमा===
[[File:India film clapperboard (variant).svg|thumb|150px|right|[[भोजपुरी सिनेमा
{{main|भोजपुरी सिनेमा}}
[[भोजपुरी भाषा]] में बने वाला फिलिम सभ के '''भोजपुरी सिनेमा''' के रूप में जानल जाला। पहिली भोजपुरी फिलिम विश्वनाथ शाहाबादी के [[गंगा मइया तोहें पियरी चढ़इबों]] रहे जेवन 1963 में रिलीज भइल रहे।<ref name="बिजनेस स्टैंडर्ड" /> अस्सी के दशक में कई ठे उल्लेख जोग भोजपुरी फिलिम रिलीज भइली जिनहन में बिटिया भइल सयान, चंदवा के ताके चकोर, हमार भौजी, गंगा किनारे मोरा गाँव, आ सम्पूर्ण तीर्थ यात्रा। पुराना समय में भोजपुरी फिलिम बनावे के काम भी [[बंबई]] में भोहोखत रहे आ ई [[बॉलीवुड]] के एक ठो हिस्सा के रूप में बनावल जायँ। हालाँकि, अब एह फिलिम सभ के निर्माण [[भोजपुरी इलाका]] में भी हो रहल बा आ [[गोरखपुर]], [[बनारस]] आ [[पटना]] नियन छोट शहर भी एह इंडस्ट्री के हिस्सा बन चुकल बाड़ें।
== मानवाधिकारन के घोषणा ==
सन्यक्त राष्ट्र संघ देने से मानवाधिकारन के घोषणा बिस्व के १५४ भाषा में कईल गईल बा, जे मे भोजपुरी आउर सूरीनामी हिन्दुस्तानी बा। सूरीनामी हिन्दुस्तानी भाषा सूरीनाम में बोलल जाला, ई एकदम भोजपुरिए नीयन हऽ खाली एकरा रोमन लिपि में लिखल जाला। संयुक्त राष्ट्र संघ देने से कईल मानवाधिकारन के घोषणा के पहिला अनुच्छेद भोजपुरी, हिन्दी, अंग्रेजी आ सूरीनामी हिन्दुस्तानी में नीचे लिखल बा :-
अनुच्छेद १: सबहि लोकानि आजादे जन्मेला आउर ओखिनियो के बराबर सम्मान आओर अधिकार प्राप्त हवे। ओखिनियो के पास समझ-बूझ आउर अंत:करण के आवाज होखता आओर हुनको के दोसरा के साथ भाईचारे के बेवहार करे के होखला।<ref>https://archive.org/details/rosettaproject_bho_undec-1</ref>
अनुच्छेद १: सभी मनुष्यों को गौरव और अधिकारों के मामले में जन्मजात स्वतन्त्रता और समानता प्राप्त हैं। उन्हें बुद्धि और अन्तरात्मा की देन प्राप्त है और परस्पर उन्हें भाईचारे के भाव से बर्ताव करना चाहिये।
Aadhiaai 1: Sab djanne aadjádi aur barabar paidaa bhailèn, iddjat aur hak mê. Ohi djanne ke lage sab ke samadj-boedj aur hierdaai hai aur doesare se sab soemmat sè, djaane-maane ke chaahin.
लाइन 234:
Article 1: All human beings are born free and equal in dignity and rights. They are endowed with reason and conscience and should act towards one another in a spirit of brotherhood.
==संबिधनिया दर्जा के माँग==
{{main|आठवा अनुसूची में भोजपुरी}}
भोजपुरी भाषा बोले वाला लोग बहुत लामा समय से एह भाषा के भारत में संबिधनिया भाषा के दर्जा देवे ला माँग कर रहल बाड़ें। कय बेरा ई बात संसद में उठावल जा चुकल बा।<ref name="outlook"/> कइयन बेर एकरा ला धरना-परदरसन कइल जा चुकल बाटे।
[[भारत के संबिधान
==इहो देखल जाय==
*
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==संदर्भ==
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