भोजपुरी साहित्य: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर

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Sabad galat rahe
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{{भोजपुरी साहित्य}}
'''भोजपुरी साहित्य''' में अइसन सगरी साहित्य के रखल जाला जवन [[भोजपुरी भाषा]] में रचल गइल बाटे। [[गोरखनाथ]], [[कबीरदास]] आ [[दरिया साहेब]] नियर संत लोगन के बानी से सुरुआत हो के महेन्दर मिसिर, [[भिखारी ठाकुर]] आ [[राहुल सांकृत्यायन|राहुल बाबा]] के रचना से होत भोजपुरी साहित्य के बिकास आज कबिता, कहानी, उपन्यास आ ब्लॉग लेखन ले पहुँचपुगइल गइल बाटे। आधुनिक काल के सुरुआत में [[पाण्डेय कपिल]], [[रामजी राय]], [[भोलानाथ गहमरी]] नियर लोगन के रचना से वर्तमान साहित्य के रीढ़ मजबूत भइल बा।
 
भोजपुरी भाषा आ साहित्य के इतिहास लिखे वाला लोगन में [[ग्रियर्सन]], राहुल बाबा से ले के उदय नारायण तिवारी, [[कृष्णदेव उपाध्याय]], हवलदार तिवारी आ तैयब हुसैन 'पीड़ित' नियर बिद्वान लोगन के योगदान बा।{{sfn|तिवारी|2014|pp=25-35}} अर्जुन तिवारी के लिखल एकरा [[भोजपुरी साहित्य के इतिहास (किताब)|साहित्य के इतिहास]] भोजपुरी भाषा में मौजूद बा।