अर्थ भारतीय परंपरा में जीवन के चार गो लक्ष्य, जिनहन के पुरुषार्थ कहल जाला, में से एक बा। धर्म, अर्थ काममोक्ष, ई चारि गो पुरुषार्थ गिनावल गइल बाड़ें।

अर्थ के आम भाषा में मतलब - अरथ, माने, मतलब भी होला आ धन, संपत्ति भी होला।

इहो देखल जाय संपादन करीं

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