मानसून ट्रफ

उष्णकटिबंध में मौसमी घटना

मानसून ट्रफ़ (अंग्रेजी: monsoon trough[नोट 1]) पच्छिमी प्रशांत महासागर में इंटरट्रॉपिकल कन्वर्जेन्स जोन के एगो हिस्सा हवे,[1][2] जइसन कि समुद्र तल पर मिनिमम हवादाब देखलावे वाला चित्र में में एगो लाइन से देखावल गइल बाटे,[1] एकर मतलब कि ई दू ओर से आवे वाली हवा सभ के एकट्ठा हो के मिले वाला जोन, कन्वर्जेन्स जोन, हवे; ई हवा उत्तरी आ दक्खिनी गोलार्ध से आवे लीं आ इनहन के ट्रेड विंड भा बैस्विक पुरुआ हवा कहल जाला।

August position of the ITCZ and monsoon trough in the Pacific Ocean, depicted by area of convergent streamlines in the northern Pacific

चित्र में पछुआ मानसूनी हवा सभ बिसुवत रेखा के ओर से आ रहल बाड़ीं आ पुरुआ ट्रेड विंड सभ ध्रुव के ओर से (उत्तर-पूरुब से) आ रहल बाड़ीं।[3] ठीक एही धुरी के सहारे भारी बरखा वाला क्षेत्र होखे ला आ जवना लोकेशन पर ई एक्सिस होखे ओहिजे ई बरखा के सीजन के चरम स्थिति बनावे ला। जब ई ध्रुव के ओर घसके ला, सूखल आ गरम दसा पैदा होखे लीं। इहे मानसून ट्रफ़ पूरा दुनिया के कईयन सारा बरखाबन सभ के निर्माण में महत्व वाली भूमिका वाला होखे ला।

एह टर्मावली मानसून ट्रफ़ के आम चलन में सभसे बेसी इस्तेमाल पच्छिमी प्रशांत महासागर के मानसूनी इलाका सभ मेंहोखे ला जईसे की एशिया के आसपास के इलाका आ आस्ट्रेलिया। आइटीसीजेड.मानसून ट्रफ़ के ई जगह बदलाव भा माइग्रेशन जब कौनों इलाका के जमीनी हिस्सा पर होखे ला तब ओह क्षेत्र में सालाना बरसात के सीजन आवे ला। एही मानसून ट्रफ़ के इर्दगिर्द कम दबाव वाला क्षेत्र (डिप्रेसन) सभ आ उष्णकटिबंधी चक्रवात सभ के उतपत्ती होखे ला जे सालभर के कुल बरखा के बहुत सारा हिस्सा कुछे दिनन में बरसा देवे लें।

इहो देखल जाय संपादन करीं

नोट संपादन करीं

  1. ट्रफ़ (trough) के हिंदी में द्रोणी कहल जाला, भोजपुरी में एकर अरथ दोनी (पतई के बनल दोना-दोनी) भा डोंगी नाइ के आकृति नियर बूझल जा सके ला। एकर मतलब होला दुनो ओर खड़ा ढाल के बीचा में गहिरा आ लम्छर हिस्सा। उबटन रखे के मलवा नियर आकृति के चीज।

संदर्भ संपादन करीं

  1. 1.0 1.1 "Monsoon trough". Glossary of Meteorology. American Meteorological Society. Archived from the original on 17 June 2009. Retrieved 2009-06-04.
  2. Bin Wang. The Asian Monsoon. Retrieved 2008-05-03.
  3. World Meteorological Organization. Severe Weather Information Centre. Retrieved 2008-05-03.