मार्कंडेय काटजू

भारतीय जज

जस्टिस मार्कंडेय काटजू प्रेस काउंसिल ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन रह चुकल बाड़ें आ एकरे पहिले ऊ भारत के सुप्रीम कोर्ट में जज रह चुकल बाड़ें।[2][3] इलाहाबाद से वकालत सुरू करे वाल काट्जू इलाहाबाद हाइकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस, मद्रास हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस आ दिल्ली हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस रहल चुकल बाड़ें। वर्तमान में जस्टिस काट्जू अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहि रहल बाड़ें आ इंडियन रियुनिफिकेशन युनियन (आइआरए) के चेयरमैन बाड़ें जे एगो अइसन संस्था हवे जे भारत, पाकिस्तानबांग्लादेस के शांतिपूर्ण एकीकरण के बात पर जोर देले।[4][5][6]

जस्टिस
मार्कंडेय काटजू
कलकत्ता में एगो संबाद के दौरान जस्टिस काट्जू, 5 दिसंबर 2011
चेयरमैन, प्रेस काउंसिल ऑफ़ इंडिया
कार्यकाल
5 अक्टूबर 2011 – 5 अक्टूबर 2014
जज, सुप्रीम कोर्ट
कार्यकाल
10 अप्रैल 2006 – 19 सितंबर 2011
चीफ जस्टिस, दिल्ली हाइकोर्ट
कार्यकाल
12 अक्टूबर 2005 – 10 अप्रैल 2006
चीफ जस्टिस, मद्रास हाइकोर्ट
कार्यकाल
28 नवंबर 2004 – 10 अक्टूबर 2005[1]
चेयरमैन, इंडियन रियुनिफिकेशन युनियन
कार्यकाल
5 फ़रवरी 2019 – अबतक
निजी जानकारी
जनम (1946-09-20) 20 सितंबर 1946 (उमिर 77)
लखनऊ, यूनाइटेड प्रोविंस, ब्रिटिश भारत
जीवनसाथीरूपा
माई-बाबूजीशिव नाथ काट्जू

काटजू बिबिध राजनीतिक आ सामाजिक सरोकार के मुद्दा सभ पर बेबाक राय देवे खाती जानल जालें आ उनके कई बयान बिबादितो रहल बाड़ें।[7]

जिनगी संपादन करीं

मार्कंडेय काटजू के जनम ब्रिटिश राज के समय के यूनाइटेड प्रोविंस (अब उत्तर प्रदेश) के लखनऊ में एगो काश्मीरी पंडित परिवार में भइल। इनके पिताजी शिव नाथ काट्जू इलाहाबाद हाइकोर्ट के जज रहलें आ इनके बाबा कैलाश नाथ काटजू अपना समय के प्रतिष्ठित वकील, इलाहाबाद हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस आ स्वतंत्रता सेनानी रहलें जे बाद में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, पच्छिम बंगाल आ उड़ीसा के गवर्नर आ केंद्र सरकार में मंत्री रहलें।

मार्कंडेय काटजू के इस्कूली पढ़ाई इलाहाबाद में भइल जेकरे बाद ऊ गाँव के जिनगी समझे खातिर दू बरिस ले एगो छोट गाँव में पढ़वलें। एकरे बाद वकालत के पढ़ाई शुरू कइलें।[8] वकालत के पढ़ाई इलाहाबाद युनिवर्सिटी से कइलें आ 1970 में इलाहाबाद हाइकोर्ट में वकालत शुरू कइलें।

इनकर पत्नी रूपा हई आ इनके एगो बेटा आ बेटी बा लोग।[9]

काट्जू के रुची के बिसय सभ के बिबिधता बहुत बा आ ऊ तमिल, संस्कृत, उर्दू, फिलासफी, बिज्ञान आ समाजशास्त्र नियर बिसय सभ में दखल रखे लें जबकि प्राथमिक रुची न्यायशास्त्र हवे।[10]

कैरियर संपादन करीं

मार्कंडेय काटजू इलाहाबाद हाइकोर्ट में 1970 में वकालत सुरू कइलें आ 1970 से 1991 ले इनके वकालत के दौर रहल। इनके बिसेसज्ञता लेबर कानून, टैक्सेशन आ रिट पेटिशन रहल। ई इनकम टैक्स बिभाग के वकील के रूप में भी काम कइलें।

1991 में ई इलाहाबाद हाइकोर्ट के जज लोग के बेंच में सामिल भ गइलें। 2004 में इनका के इलाहाबाद हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस के कार्यभार (एक्टिंग) मिलल आ नवंबर 2004 में मद्रास हाइकोर्ट आ अक्टूबर 2005 में दिल्ली हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस बनलें। एकरे बाद 2006 में ई सुप्रीम कोर्ट के जज बनलें[11] जहाँ से 19 सितंबर 2011 के रिटायर भइलें आ भारतीय जूडीशियरी में इनके लगभग 40 बरिस के कार्यकाल रहल।

एकरे बाद काट्जू प्रेस काउंसिल ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन बनलें आ एह पद पर तीन बरिस रहलें।

लेखन संपादन करीं

 
भारत के उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी द्वारा किताब जस्टिस विद उर्दू के बिमोचन, 2012. साथ में सलमान खुर्शीद।

काट्जू के लिखल किताब सभ में कुछ प्रमुख बाड़ीं:

  • लॉ इन दि साइंटिफिक एरा (Law in the Scientific Era)[12]
  • इंटरप्रेटेशन ऑफ़ टैक्सिंग स्टेट्यूट्स (Interpretation of Taxing Statutes)
  • मीमांसा रूल्स ऑफ़ इंटरप्रेटेशन (Mimansa Rules of Interpretation)
  • डोमेस्टिक इंक्वायरी (Domestic Enquiry)
  • जस्टिस विद उर्दू (Justice with Urdu)
  • वाइटर इंडियन ज्यूडिशियरी (Whither Indian Judiciary)[13]

संदर्भ संपादन करीं

  1. "The Honourable Chief Justices". Madras High Court. Archived from the original on 12 फरवरी 2012. Retrieved 8 अप्रैल 2013.
  2. "Press Council of India". Presscouncil.nic.in. Archived from the original on 10 अक्टूबर 2012. Retrieved 3 मार्च 2013.
  3. "Hon'ble Mr. Justice Markandey Katju". Archived from the original on 29 मई 2013. Retrieved 30 मार्च 2013.
  4. "Ex SC judge Katju's IRA plans to reunite India, Pak and Bangladesh as a single, secular nation" (English में). The Week. 18 मार्च 2019. Retrieved 22 मार्च 2019.{{cite web}}: CS1 maint: unrecognized language (link)
  5. Tammeus, Bill (17 मार्च 2017). "Why we should care about turmoil in India: 3-8-19" (English में). Faith Mattersr. Retrieved 11 मार्च 2019.{{cite web}}: CS1 maint: unrecognized language (link)
  6. Katju, Markandey (17 मार्च 2017). "IPBRA Could Undo The Wrongs Done To India By The British" (English में). The Huffington Post. Retrieved 11 मार्च 2019.{{cite web}}: CS1 maint: unrecognized language (link)
  7. "जस्टिस काटजू के 10 विवादित बयान". BBC News हिंदी (हिंदी में). Retrieved 1 अक्टूबर 2019.
  8. K, Irfan. "Guftagoo - An interview with Markandeya Katju". rstv.nic.in. Rajya Sabha TV. Retrieved 27 जुलाई 2018.
  9. "Markandey Katju- (Profile)". Aaj ki Khabar. Archived from the original on 28 जून 2013. Retrieved 8 April 2013.
  10. "Hon'ble Mr. Justice Markandey Katju". Supremecourtofindia.nic.in. 20 सितंबर 1946. Archived from the original on 24 अक्टूबर 2010. Retrieved 2010-10-25.
  11. "HON'BLE MR. JUSTICE MARKANDEY KATJU". PCI. Archived from the original on 14 अगस्त 2013. Retrieved 8 अप्रैल 2013.
  12. "Society, law and science". The Hindu. Chennai, India. 19 September 2000. Archived from the original on 29 June 2011. Retrieved 1 October 2019.
  13. Katju, Justice Markandey (2018-04-30). Whither Indian Judiciary (अंग्रेजी में). Bloomsbury Publishing. ISBN 9789386141255.

बाहरी कड़ी संपादन करीं