समुंद्रतटीय भूगोल या तटीय भूगोल समुंद्र के किनारे के इलाका सभ के पर्यावरण के अध्ययन करे ला आ अपना अध्ययन के बिधि खातिर भौतिक भूगोल (उदा॰, तटीय भूआकृति बिज्ञान, भूबिज्ञानसमुंद्र बिज्ञान) आ मानव भूगोल (सांस्कृतिक आ इतिहासी तत्व) पर निर्भर रहे ला। समुंद्र के किनारे के इलाका में बिबिध भूगोलीय कारक आ मनुष्य कइसे मिल के बदलाव करे लें; खासतौर पर समुंदरी लहर द्वारा कटाव, आ कटल भूपदार्थ के परिवहन, एह से जनमे वाला थलरूप, मनुष्य द्वारा सागर किनारे के बिबिध कार्य के इलाका के भौतिक रचना पर परभाव वगैरह एकरे अध्ययन के मुख्य बिसय हवें।

समुंद्र के कटल किनारा
समुंद्र के किनारे कटाव द्वारा बनल आकार

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