अमर सिंह (राजनीतिज्ञ)
अमर सिंह (जनम 27 जनवरी 1956) उत्तर प्रदेश क एगो राजनीतिज्ञ हंव, इ एक समय समाजवादी पार्टी क प्रमुख नेता रहन। इ अपनी शुद्ध हिंदी आ राजनितिक गठजोड़ खातिर जानल जान। इनकी ऊपर कई गो भ्रष्टाचार क केस बा जेसे इन क प्रसिद्धि कम भइल बा।[2]
अमर सिंह | |
---|---|
सांसद राज्य सभा, उत्तर प्रदेश से[1] | |
पद पर मौजूद | |
पदभार लिहल गइल 5 जुलाई 2016 | |
इनसे पहिले | अम्बेथ राजन, बसपा |
सीट | उत्तर प्रदेश |
निजी जानकारी | |
जनम | आजमगढ़, उत्तर प्रदेश, भारत | 27 जनवरी 1956
राजनीतिक पार्टी | समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल |
जीवनसाथी | पंकजा कुमारी सिंह |
संतान | 2 गो बेटी |
महतारी संस्था | सेंट जेवियर्स कॉलेज, कलकत्ता यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ, कलकत्ता |
प्रोफेशन | राजनीतिज्ञ |
वेबसाइट | rashtriyalokmanch |
इ समाजवादी पार्टी क जनरल सेक्रेटरी और राज्यसभा क सदस्य रह न। 6 जनवरी 2010 के इ समाजवादी पार्टी की सब पोस्ट से स्तीफा दे दिह न।[3] बाद में 2 फरवरी 2010 में समाजवादी पार्टी क मुखिया मुलायम सिंह यादव इनके पार्टी से निष्कासित क दिह न। 2011 में इ कुछ दिन जेल में बितव न। बाद में इ राजनीति से संन्यास ले लिह न।
निजी जीवन
संपादन करींफिल्म
संपादन करींइ डायरेक्टर शैलेन्द्र पांडे की एगो आवे वाला फिल्म JD में एगो राजनीतिज्ञ क भूमिका में लौकीहं।
राजनीतिक जीवन
संपादन करींसिंह क महत्व दिल्ली में तब बाहर निकल के आइल जब यूपीए सरकार कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा अमरीका की साथ परमाणु करार की मुद्दा प समर्थन वापस ले लिहले की वजह से अल्पमत में आ गइल रहे। ओ समय इन क समाजवादी पार्टी अपनी 39 सदस्य की साथ यूपीए के समर्थन देले रहे।[5]
21 दिसम्बर 2010 के सिंह अमिताभ बच्चन जिनकी इ काफी करीब रह न ओ समय, उनकी प्रोत्साहित कइले प आपन आधिकारिक ब्लॉग और वेबसाइट शुरू कई न।
समाजवादी पार्टी से निष्कासन के बाद इ अपनी ब्लॉग पर आपन अचानक निष्कासन की विषय में बहुत कुछ लिख न। 19.02.2013 के इ दुबई होस्पिटल में भर्ती रह न जहाँ इन क हालत खराब रहे।
सिंह अपनी करीबी सहयोगी जया प्रदा की साथ समाजवादी पार्टी से निकलले की बाद 2011 में राष्ट्रीय लोक मंच नांव से आपन ख़ुदक राजनीतिक पार्टी बनव न। 2012 की विधानसभा चुनाव में इ यूपी की 403 सीट में से 360 सीट पर अपनी पार्टी क प्रतिभागी उतर न, लेकिन इनकी पार्टी के एको सीट पर जीत नाहीं मिलल। 2014 में इ राष्ट्रीय लोक दल पार्टी में शामिल हो गई न और फतेहपुर सिक्री से 2014 क आम चुनाव लड़ न लेकिन हार गई न।
विवाद
संपादन करीं22 जुलाई 2008 के इ यूपी की मुख्यमंत्री मायावती पर अपनी पार्टी की 6 एमपी क अपरहण और उत्तर प्रदेश भवन, नई दिल्ली में बंधक बना के रखले क आरोप लगव न। बाद में समाजवादी पार्टी कुल 6 एमपी लोगन के विश्वास प्रस्ताव मतदान में पार्टी की निर्देश की खिलाफ जैले की आरोप में निष्कासित क दिहलस।
बाद में इ जामिया नगर बाटला हाउस एनकाउंटर में जाँच क मांग क के नया विवाद खड़ा क दिह न। पाहिले इ एनकाउंटर में शहीद पुलिस ऑफीसर मोहन चंद शर्मा की परिवार के 10 लाख क चेक दिह न जवन की बाद में बाउंस हो गइल, ओकरी बाद इ ओ गोली बारी के फर्जी होखले क संभावना जता के जाँच क मांग क दिह न। मोहन चंद शर्मा क परिवार एकर निन्दा कईलस आ ओकरी बाद इन क पैसा लवटा दिहल स।
2008 में बीजेपी की 3 एमपी के रिश्वत दिहले क प्रस्ताव दिहले की खातिर अमर सिंह की खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून की तहत दिल्ली पुलिस 24 अगस्त, 2011 के चार्जशीट दाखिल कईलस।[6] बाद में ए मामला में सुप्रीम कोर्ट के कौनो सबुत नाहीं मिलल।
संदर्भ
संपादन करीं- ↑ http://www.ndtv.com/india-news/samajwadi-party-wins-7-rajya-sabha-seats-in-up-kapil-sibal-emerges-victorious-1418013
- ↑ "भ्रष्टाचार मामला: अमर सिंह ने उच्च न्यायालय से राहत हो जाता है". law.gaeatimes.com. Retrieved 20 July 2016.
- ↑ "अमर सिंह क्विट्स आल पार्टी पोस्ट्स". द हिन्दू. 7 Jan 2010. Archived from the original on 10 January 2010. Retrieved 20 July 2016.
- ↑ चंदे,बी. (1999). भारतीय लोकतंत्र के विश्वासघात. अटलांटिक प्रकाशक और वितरक. p. 337. ISBN 9788171567928. Retrieved 20 July 2016.
- ↑ "समाजवादी पार्टी के संप्रग से समर्थन की घोषणा की". द हिन्दू. 9 July 2008. Archived from the original on 12 July 2008. Retrieved 20 July 2016.
- ↑ "अमर सिंह ने नकदी के लिए वोट घोटाले में आरोप पत्र दाखिल". न डी टी व्. 24 August 2011. Retrieved 20 July 2016.