आइबूप्रोफेन चाहे आइबुप्रोफेन (अंग्रेजी: Ibuprofen), चाहे खाली ब्रुफेन, एगो दवाई हवे जे दरद, जर-बोखार आ कई किसिम के इनफ्लेमेशन के इलाज खातिर इस्तेमाल होखे ले। ई दवाई माहवारी के दरद, कपार के दरद (माइग्रेन), गठिया बात (र्यूमेटाइड आर्थेराइटिस) वगैरह में दिहल जाले। ई दवाई टेबलेट भा कैप्सूल के रूप में मुँह से घोंट के लिहल जा सके ले आ नस में इंजेक्शन से भी लिहल जा सके ले।

एकही साइज के कई गो टेबलेट। कुछ टूटल।
200मिग्रा के ब्रुफेन के टेबलेट सभ के उदाहरण।
एगो दवाई के खुलल शीशी आ बाहर कुछ टेबलेट
जेनेरिक आइबुप्रोफेन के एगो खुल्ता शीशी आ टेबलेट।

एकर आम साइड इफेक्ट हर्टबर्न आ चमड़ा पर लाल निशान (रैश) पड़ल होला। अउरी अइसन दवाई सभ नियर ई आँत में घाव करे आ खून के रिसाव पैदा क सके ले। एकरा लिहला से हार्ट फेल होखे, किडनी फेल होखे आ लीवर फेल होखे के खतरा बढ़ जाला। कम डोज में लिहला पर हार्ट के नोकसान ना पहुँचावे ले बाकी अगर बेसी डोज में लिहल जाय तब हार्ट फेल कहे खतरा बढ़ जाला। ई दवाई दमा (अस्थमा) के मरीजन के भी नोकसान पहुँचावे ले आ लिहले पर दमा के बेमारी बढ़ सके ला। गरभवती औरतन पर एकर कौनों खराब असर पड़े ला कि ना ई अभिन ले किलियर नइखे, हालाँकि ई बच्चा पैदा होखे के बाद महतारी के लिहले पर एकर असर ख़राब पड़ल देखल गइल बा आ एह दशा में ई दवाई ना लिखल जाले।

आइबुप्रोफेन के खोज 1961 में स्टीवर्ट एडम्स कइले रहलें। आमतौर पर ई ब्रुफेन के नाँव से जानल जाले जे एकर शुरुआती नाँव रखल गइल रहे। ई जेनेरिक दवाई के रूप में उपलब्ध बाटे आ बिस्व स्वास्थ संगठन (WHO) के सभसे जरूरी दवाई सभ के लिस्ट में शामिल बाटे। कई बेर ई पैरासिटामोल के साथे कंबीनेशन में दिहल जाले जेकरा से दुनों के असर बढ़ जाला।

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