तुरंत हटावे लायक पन्नातुरंत हटावे लायक पन्ना (महत्व के कथन नामौजूद)

डॉ.
उमेश प्रसाद
FRS PH
Born
लालू

घोड़ासहन, पूर्वी चम्पारण जिला, बिहार
Nationalityब्रिटिश,आप्रवासी भारतीय
Citizenshipयूनाइटेड किंगडम
EducationMPhil, MSc, BDS, BSc (Hons)
Alma materलंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस (एल.एस.ई),, बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी, तमिलनाडु डॉ. एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी चेन्नई, राँची यूनिवर्सिटी
Occupationsपत्रकार , संपादक, लेखक, डाक्टर, व्याख्याता
Employersसाइंटिफिक यूरोपीयन पत्रिका ; द इंडिया रिव्यू
Known for‘’साइंटिफिक यूरोपीय पत्रिक’’ औरी ‘’द इंडिया रिव्यू’’ के संस्थापक
Notable work‘बिहार, द लैंड ओफ़ बुद्धिस्ट वर्ल्ड’'
Spouseडॉ नीलम प्रसाद
Childrenनीलेश प्रसाद
Parents
  • श्री यादवलाल प्रसाद (father)
  • श्रीमति भागमणि देवी (mother)
Websitewww.umeshprasad.org

उमेश प्रसाद  भोजपुरी भाषी, ब्रिटिश पत्रकार हउवें | ऊ ‘’साइंटिफिक यूरोपीय  पत्रिक’’ औरी ‘’द इंडिया रिव्यू’’ के संस्थापक संपादक बाड़ें | आ , ऊ ‘बिहार, द लैंड ओफ़ बुद्धिस्ट वर्ल्ड’ नामक वेब बुक के लेखक/ रचनाकार हउवें |  वैज्ञानिक शोध आ भारत पर सैकड़न लेख लिखले बाड़न | इनकर जनम बिहार के पूर्वी चम्पारण जिला के घोड़ासहन में  साल 1965 में  भइल रहे |उनकर पढ़ाई  लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स  एंड पॉलिटिकल साइंस (एल.एस.ई), बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी, आदि शैक्षिक संस्थानन में भइल बा |  

शुरुआती जीवन

उमेश प्रसाद अपन जिनगी के शुरुआती छह - सात साल घोड़ासहन में वितवले  जहा उनकर जनम साल १९६५ में भईल रहे | उनकर बाबूजीश्री यादोलाल अउर बड़का बाबूजीश्री बाँकेलाल छौरादानो के रामनगर गाँव से आ के घोड़ासहन में बसल रहलें अउर परचून के दुकानदारी क़रत रहलें । उमेश इहवे घोड़ासहन में दूसरा तक रामचंदर मास्टर साहेब के इहा पढ़ले ।बाद में उनकर  बाबू जी रक्सौल में दुकानदारी करे आ गईले |उमेश इहे रक्सौल में आर्य समाज के दयानंद विद्यालय, फूलचंद साह मध्य विद्यालय अउर हज़ारीमल हाई स्कूल में पढ़ले जहा से मट्रिक के परीक्षा साल १९८१ में प्रथम वर्ग मे पास कईले ।


पढ़ाई-लिखाई

मैंट्रिक के बाद उमेश राँची पढ़े आ गईले । राँची कॉलेज से आई.एससी., विज्ञान स्नातक, भौतिक शास्त्र में स्नातक प्रतिष्ठा पास कर के उ दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विस्वविद्यालय में बायओटेक्नॉलॉजी स्नातकोत्तर में नाम लिखवयले लेकिन कोर्स पूरा ना कइले| बाद में आल इंडिया कोटा से मद्रास के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय से दंत चिकित्सा में स्नातक के डिग्री लेहले ॥स्वास्थ सेवा के दौरान उनका स्वास्थ नीति अउर प्रबंधन में मन लागल त उ  बिड़ला इन्स्टिटूट ओफ़ टेक्नॉलजी एंड साइयन्स, पिलानी राजस्थान से स्वास्थ प्रबंधन में मास्टर ओफ़ फ़िलासफ़ी के डिग्री अर्जित कइले । ओकरा तुरत बाद उनकर लंदन स्कूल ओफ़ एकनामिक्स एंड पलोटिकल साइयन्स ( यूनिवर्सिटी ओफ़ लंदन ) में अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ नीति कोर्स में चयन भइल ।स्वास्थ्य नीति में मास्टर ओफ़ साइयन्स डिग्री के बाद उ फ़ेलो ओफ़ रॉयल सॉसाययटी फ़ोर पब्लिक हेल्थ भी रहले ।


पेशा - रोजगार

उमेश के सुरुआति पेशा विज्ञान अउर चिकित्सा के शिक्षण रहे । २००० से २००५ तक उ दिल्ली के तिहार जेल अउर ताहिरपुर कोढ़ी कॉलोनी में होप फ़ाउंडेशन के तरफ़ से दंत चिकित्सक के काम कइले | लंदन स्कूल ओफ़  एकनासेमिक्स से स्नातकोत्तर  के बाद २००७ में मनीला फ़िलिपीन स्तिथ एशियन डिवेलप्मेंट बैंक में इंटर्न रहलें ।आंग्लदेश वापस आ के २००८ से २०१७ तक, लंदन स्तिथ सेंट पैट्रिक्स कॉलेज में अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रबंधन के प्रधान व्याख्याता के रूप में काम कइले |पिछला पाँच साल से उ सृजनात्मक लेखन सम्पादन में लागल बाड़न | सन २०१८ से उ साइंटिफिक यूरोपीयन पत्रिका अउर ‘द इंडिया रिव्यू’ नामक डिजिटल अखबार के सम्पादक बाड़े |


रचनात्मक काम  

भगवान बुद्ध अवरी सम्राट अशोक के विचारों  के बिहार के सांस्कृतिक विरासत के पहचाने के महता के बतावे ला “बिहार, द लैंड ओफ़ बुद्धिस्ट वर्ल्ड “ नामक वेबबुक लिखले | एकरा अलावे उ सैकरन मूल लेख बिहार, नेपाल, भारत के राजनीति सामाजिक विषयों पर अउरी वैज्ञानिक अनुसंधानों पर लिखले बाड़े|  


सदस्यता  

उ ब्रिटिश साइयन्स राइटरस असोसीएशन, युरपीयन साइयन्स एदितोर्स असोसीएशन, आदि कई अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के सदस्य/फ़ेल्लो बाड़े |  


खातिर जानल जाले

उनुका के साइंटिफिक यूरोपीयन पत्रिका  के स्थापना, ‘द इंडिया रिव्यू’ नामक डिजिटल अखबार के पुनस्थापना

औरी ‘बिहार, द लैंड ओफ़ बुद्धिस्ट वर्ल्ड’ नामक वेब बुक के लिखे के खातिर जानल जाला |


संदर्भ

  1. How a Doctor Turned Lecturer Became a Full-Time Journalist. Mid-Day 2023.  
  2. UK-based Indian Doc launches ‘Scientific European’. Business Standard, 2018.
  3. Umesh Prasad. MUCK RACK.
  4. A Unique Digital Platform For Admissions To European Institutions. Impact News, 2019.
  5. The India Review. Author – Umesh Prasad.
  6. Scientific European. Author – Umesh Prasad
  7. Scientific European. Author – Umesh Prasad and Rajeev Soni
  8. UK India Centre (UKIC) founded to strengthen UK-India Trade & Business Relations. ANI News 2020.
  9. How a PIO Lecturer turned a journalist Tribune India
  10. Scientific European: Now available in several Indian languages Hindustan Times
  11. Wikidata - Umesh Prasad