कपड़ा सूत के बीनल चीज होला जेवना के इस्तेमाल पहिनावा कई रूप में आ अउरी कई तरह कई काम जइसे परदा बनावे में, ओढ़े बिछावे की चादर कई रूप में आ अउरी अइसने ढेर सारा कामन में होला।

कराची में एगो कपड़ा के दूकान

चिरकुट कवनो कपडा (नया चाहे पुरान) के टुकड़ा के कहल जाला। ई शब्द दुगो शब्द के मिलला से बनल बा चिर (कपडा) + कूट (टुकड़ा)। चिरकुट शब्द भोजपुरी भाषा के देशज शब्द के श्रेणी में आवेला |

उपयोग

भोजपुरी संस्कृति में छोट से छोट बस्तु के महत्व देवे के कोशिस कइल गइल बा | चिरकुट के हस्त कला कृति में सजावे खाती ;बाद्ययंत्र झाली के मुठिया नगाड़ा के झालर आदि बनावे में उपयोग कइल जाला

बाहरी कड़ी

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