कैंब्रिज एनालिटिका एगो ब्रिटिश कंपनी बा जे चुनाव खाती रणनीतिक तौर प कंप्यूटर आ इंटरनेट आधारित डेटा माइनिंग आ डेटा एनालिसिस के सहारा ले के राजनीतिक पार्टी सभ के आपन सेवा देवे ले। हाल में ई कंपनी फेसबुक के डेटा चोरी करे के आरोप के चलते चर्चा में आइल। एह कंपनी पर आरोप बा कि ई फेसबुक प्रयोगकर्ता सभ ले आँकड़ा चोरी क के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव में गलत तरीका से मदद चहुँपवलस।[5] इहो आरोप लगावल गइल बा कि एह कंपनी दुआरा भारतीय चुनाव के भी परभावित कइल गइल, जेवना चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी परधानमंत्री बनलें।[6]

कैंब्रिज एनालिटिका
प्रकार
डेटा माइनिंग, डेटा एनालिसिस
मुख्यालयलंदन
प्रमुख लोग
अलेक्जेंडर निक्स (सीईओ)[1]
Robert Mercer (investor)[2]
Rebekah Mercer (investor)
Steve Bannon (vice president, former)[3]
मूल कंपनीएससीएल ग्रुप लिमिटेड[4]
वेबसाइटcambridgeanalytica.org

संदर्भ संपादन करीं

  1. Cheshire, Tom (21 अक्टूबर 2016). "Behind the scenes at Donald Trump's UK digital war room". Sky News.
  2. Cadwalladr, Carole (18 मार्च 2018). "'I made Steve Bannon's psychological warfare tool': meet the data war whistleblower". The Guardian. Retrieved 18 मार्च 2018.
  3. "Cambridge Analytica, the shady data firm that might be a key Trump-Russia link, explained". Vox.
  4. "Cambridge Analytica LLC: Private Company Information". Bloomberg. Retrieved 20 मार्च 2018.
  5. ट्रेंडिंग न्यूज़ अलर्ट. "Cambridge Analytica London Offices Raided By British Investigators". Bhaskar.com. Retrieved 2018-03-24.
  6. सौतिक बिस्वास और विनीत ख़रे बीबीसी संवाददाता (1970-01-01). "क्या मोदी को पीएम बनाने में फ़ेसबुक ने की थी मदद? - BBC News हिंदी". Bbc.com. Retrieved 2018-03-24.