गबरघिचोर
गबरघिचोर भोजपुरी लेखक भिखारी ठाकुर के लिखल एगो तमासा बाटे।[1] एहमे एगो जनाना बिया जेकर पिया कमाए बहरा चलि जाता आ ई गाँव के एगो बेकत जोर अबैध संबंध बनावत बिया आ ओहसे एगो पूत जनम जाता जेकर नांव गबरघिचोर रहऽता।
संदर्भ
संपादन करीं- ↑ प्रकाश, ब्रह्मा. Cultural Labour: Conceptualizing the ‘Folk Performance’ in India. Oxford University press.
ई लेख एगो नाटक पर बनल एगो आधार बाटे। जानकारी जोड़ के एकरा के बढ़ावे में विकिपीडिया के मदद करीं। |