चारा घोटाला (ब्यापक नाँव पशुपालन घोटाला[1]) भारतीय राज्य बिहार में 1994 में सोझा आइल एक ठो घोटाला हवे जेह में पशुपालन बिभाग के अधिकारी आ ठीकेदार लोग द्वारा फर्जी बिल बना के मवेशिन के चारा, दवाई वगैरह के नाँव पर रुपिया के हेर फेर कइल गइल। जाँच के आगे बढ़ले पर एह में कई नेता लोग के भी नाँव आइल आ बिहार के दू गो पूर्व मुख्यमंत्री लोग, जगन्नाथ मिश्रलालू यादव तक पर एह में सामिल होखे के आरोप लागल।[2] जाँच में अइसन मामिला बिहार में कई जगह सोझा आइल आ अइसन हेराफेरी के लगभग दू दशक ले चालू रहे के बात खुलल। लालू यादव के एह मामिला में सजा भइल[3] आ मुख्यमंत्री पद छोड़े के पड़ल, आ चुनाव लड़े से बंचित क दिहल गइल।

दिसंबर में एही से जुड़ल एगो केस में लालू यादव आ अन्य लोग के सीबिअई अदालत द्वारा दोषी करार दिहल गइल[4][5] आ लालू यादव के साढ़े तीन साल के सजा सुनावल गइल।[6]

संदर्भ संपादन करीं

  1. "क्या है चारा घोटाला जिसमें लालू पर चल रहा है केस? - BBC News हिंदी". Bbc.com. Retrieved 2017-12-24.
  2. "चारा घोटाला में लालू यादव पर चलेगा आपराधिक साज़िश रचने का मामला- सुप्रीम कोर्ट - BBC News हिंदी". Bbc.com. Retrieved 2017-12-24.
  3. "चारा घोटाला: लालू यादव दोषी करार, जेल भेजे गए - BBC News हिंदी". Bbc.com. Retrieved 2017-12-24.
  4. "Fodder scam : CBI special court pronounce its verdict - चारा घोटाला पर फैसला : लालू प्रसाद यादव दोषी करार, जेल ले जाए गए". Khabar.ndtv.com. Archived from the original on 2017-12-23. Retrieved 2017-12-24.
  5. "चारा घोटाले में लालू यादव दोषी, हिरासत में लिए गए - BBC News हिंदी". Bbc.com. 1970-01-01. Retrieved 2017-12-24.
  6. "चारा घोटाले में लालू यादव को साढ़े तीन साल की सज़ा - BBC News हिंदी". Bbc.com. 1970-01-01. Retrieved 2018-01-06.