जमीन उपयोग
जमीन उपयोग पृथ्वी की कौनों भी क्षेत्र क आदमी द्वारा उपयोग बतावेला। ग्रेट ब्रिटेन में पहिला जमीन उपयोग सर्वे सन् 1930 ई॰ में डडले स्टाम्प महोदय कइलें।
भारत में राष्ट्रीय स्तर पर जमीन उपयोग से संबंधित सर्वे क काम नागपुर स्थित राष्ट्रीय मृदा सर्वेक्षण एवं भूमि उपयोग नियोजन ब्यूरो नाँव के संस्था करे ले। एही संस्था द्वारा भारत कि अलग-अलग हिस्सन के जमीन उपयोग नक्शा प्रकाशित कइल जालें।
जमीन उपयोग बिभाजन
संपादन करींभारत में ग्रामीण जमीन उपयोग के विभिन्न श्रेणियन में बाँटल जाला[1]-
- वन,
- बंजर तथा कृषि अयोग्य भूमि,
- गैर-कृषि उपयोग हेतु प्रयुक्त भूमि,
- कृषि योग्य बंजर,
- स्थायी चारागाह एवं पशुचारण,
- वृक्षों एवं झाड़ियों के अंतर्गत भूमि,
- चालू परती,
- अन्य परती,
- शुद्ध बोया गया क्षेत्र, और
- एक से अधिक बार बोया गया क्षेत्र।
नगरीय जमीन उपयोग इससे भिन्न होता है।
इहो देखल जाय
संपादन करींसंदर्भ
संपादन करीं- ↑ भूमि उपयोग (Land use) Archived 2014-12-16 at the Wayback Machine इण्डिया वाटर पोर्टल पर।
बाहरी कड़ी
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