जॉन मिल्टन (John Milton, 9 दिसंबर 1608 – 8 नवंबर 1674) एगो अंगरेज कवि, बिद्वान आ सिविल सर्वेंट रहलें। सिविल सेवा में ई ओलिवर क्रूमवेल के जमाना के कॉमनवेल्थ ऑफ इंग्लैंड खाती आपन सेवा दिहलें। धार्मिक आ राजनीतिक उठान के जुग में आपन रचना कइलें आ इनके परसिद्धी इनके लमहर कबिता पैराडाइज लॉस्ट (1667) जे ब्लैंक वर्स में लिखल एगो महाकाब्य नियर कबिता हवे।

जॉन मिल्टन
पोर्ट्रेट, लगभग 1629 के समय के।
पोर्ट्रेट, लगभग 1629 के समय के।
मूल नाँव
John Milton
जनम(1608-12-09)9 दिसंबर 1608
ब्रेड स्ट्रीट, चीपसाइड, लंदन, इंग्लैंड
निधन8 नवंबर 1674(1674-11-08) (उमिर 65)
बनहिल, लंदन, इंग्लैंड
समाधीसेंट गिल्स-विदाउट-क्रिपलगेट
पेशाकवी, निबंधकार, सिविल सेवक
भाषाअंग्रेजी
राष्ट्रियताअंगरेज
महतारी संस्थाक्राइस्ट कॉलेज, कैंब्रिज
प्रमुख रचनापैराडाइज लॉस्ट
दसखत

मिल्टन के कबिता आ निबंध में गहिराई ले निजी निश्चय के भाव झलके ला, आजादी आ खुद के निश्चय, अउरी ओह जमाना के राजनीतिक उथलपुथल के झलक भी मिले ला। मिल्टन अंग्रेजी के अलावा, लैटिन, ग्रीक, आ इटैलियन भाषा में लिखलें आ अपना जिनगिये में उनके अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर परसिद्धी मिलल आ उनके रचना एरोपैगाइटिका (1644), जे छपे से पहिलहीं रोक (सेंसर) के बिरोध में लिखल गइल रहे, बहुत परसिद्ध भइल आ इतिहास के कुछ बहुत परभावकारी रचना सभ में गिनल जाले, बोले के आजादी आ प्रेस के आजादी के पक्ष में प्रबल रूप से आवाज उठावे वाली रचना मानल जाले।

संदर्भ संपादन करीं

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