तबला एकठो बाजा भारतीय बाजा हवे, जे ताल देवे के साज के रूप में बजावल जाला। तबला में दू गो चमड़ा मढ़ल हिस्सा होलें जिनहन के दाहिनाबायाँ कहल जाला। तकनीकी रूप से दाहिना के तबला आ बायाँ के डुग्गी या धामा कहल जाला। बायाँ के साइज बड़हन होला आ आवाज गंभीर, जबकि दाहिना के आवाज ऊँच सुर में होला आ एकर आकार पातर होला।

Percussion instrument
बर्गीकरण भारतीय ताल बाजा
सप्तक बिस्तार
लकड़ी के गट्टा के हथौड़ी से मार के सुर साधल जाला
संबंधित साज
पखावज, मिरदंग, खोल, ढोलक, नगारा, बोंगो

परंपरा अनुसार एकर उत्पत्ति पखावज से भइल मानल जाला, हालाँकि, कुछ लोग एकर पैदाइश पच्छिमी एशिया में बतावे ला।[1]

ताल के बोल

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दाहिना के बोल
  • ता/ना - किनारा पर तर्जनी (पहिली) अँगुरी से, ठोकर के बाद अँगुरी तुरंत उठ जाले।
  • ती - मैदान में तर्जनी से ठोकर, अँगुरी तुरंत उठ जाले।
  • तिन् - सियाही पर तर्जनी से ठोकर, अँगुरी तुरंत उठ जाले।
  • ते - तर्जनी के अलावा बाकी तीन अँगुरी (या खाली बिचली अँगुरी) से सियाही पर, अँगुरी कुछ देर खातिर टिके ले जेवना से गुंजन न होखे।
  • टे - तर्जनी अँगुरी से सियाही पर, गुंजन ना।
बायाँ के बोल
  • धा/धे - पहिली अँगुरी से बीच में ठोकर
  • क/के - पूरा हथोरी सपाट रख दिहल जाला, गुंजन ना।
  • घिस्सा - बीच में ठोकर के बाद हथोरी के पछिला हिस्सा के आगे बीच के सियाही के ओर सरकावल जाला, जेकरा से गुंजन धीरे-धीरे बंद होला।

तबला के ताल

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तबला बजावे के उदाहरण

भारतीय संगीत में चलन में ताल सभ में कुछ अइसन बाने जे धीमा लय में बजावे पर अधिक निखर के सामने आवे लें। हालाँकि, कुछ ताल तेज लय में बजावे पर ढेर निखरे लें, तीन ताल एक ठो अइसन ताल हवे जे मंद आ तेज दूनों लय में नीक लागे ला।

भारतीय संगीत में समय के साथ बदलाव में बाजा भी बदलल आ ओही के साथ ताल के चलन भी। जहाँ पुराना समय में मिरदंग आ पखावज के चलन ढेर रहे, लंबा ताल सभ के प्रचलन रहल। बाद में छोट बंद वाला ताल सभ प्रमुख हो गइलेन। उदाहरन खातिर बॉलीवुड के गाना में सभसे ढेर चलनसार ताल दादरा आ कहरवा हवें।

नीचे तबला पर बजावल जाए वाला कुछ प्रमुख ताल सभ के संछेप लिस्ट दिहल जात बा:

नाँव मात्रा खंड बिभाग
तीनताल (त्रिताल या तिनतल्ला) 16 4+4+4+4 X 2 0 3
झूमरा 14 3+4+3+4 X 2 0 3
तिलवाड़ा 16 4+4+4+4 x 2 0 3
धमार 14 5+2+3+4 X 2 0 3
एकताल आ चौताल 12 2+2+2+2+2+2 X 0 2 0 3 4
झपताल 10 2+3+2+3 X 2 0 3
कहरवा 8 4+4 X 0
रूपक 7 3+2+2 X 2 3
दादरा 6 3+3 X 0

प्रसिद्ध तबला वादक

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अल्ला रक्खा[2] ज़ाकिर हुसैन[3] संदीप दास[2]

  1. http://web.mit.edu/chintanv/www/tabla/class_material/Introduction%20to%20Tabla.ppt
  2. 2.0 2.1 "बनारस घराने के तबला वादक संदीप दास को मिला ग्रैमी अवॉर्ड वीडियो - हिंदी न्यूज़ वीडियो एनडीटीवी ख़बर". Khabar.ndtv.com. 2017-02-13. Retrieved 2017-02-26.
  3. Biography by Craig Harris (1951-03-09). "Zakir Hussain | Biography & History". AllMusic. Retrieved 2017-02-26.