दिसासूल
दिसासूल एक प्रकार के मान्यता हवे जे हप्ता के दिन के अनुसार अलग-अलग दिसा में जात्रा करे से मनाही करे ला। दिन के अनुसार कौनों दिसा के ओर पयान करे खातिर सुभ-अशुभ के बिचार हवे।
- अतवार, सुक जे पछिम जाये, हानी होखे अउरी लाभो न पावे। (अतवार अउरी सुक के पछिम के जतरा नाहीं हS)
- सोम शनीच्चर पूरब न चालू, मंगर बुध उतर दिशकालू। (सोमार अउरी शनीच्चर के पूरुब के जतरा नाहीं हS अउरी मंगर, बुध के उत्तर की ओर के)
- जे बीअफ्फे दखिन करे पयाना, ताके समझीं घर नहीं आना। (बियफे के तS दखिन के जतरा एकदम नाहीं करे के चाहीं)
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