दिसासूल एक प्रकार के मान्यता हवे जे हप्ता के दिन के अनुसार अलग-अलग दिसा में जात्रा करे से मनाही करे ला। दिन के अनुसार कौनों दिसा के ओर पयान करे खातिर सुभ-अशुभ के बिचार हवे।

  1. अतवार, सुक जे पछिम जाये, हानी होखे अउरी लाभो न पावे। (अतवार अउरी सुक के पछिम के जतरा नाहीं हS)
  2. सोम शनीच्चर पूरब न चालू, मंगर बुध उतर दिशकालू। (सोमार अउरी शनीच्चर के पूरुब के जतरा नाहीं हS अउरी मंगर, बुध के उत्तर की ओर के)
  3. जे बीअफ्फे दखिन करे पयाना, ताके समझीं घर नहीं आना। (बियफे के तS दखिन के जतरा एकदम नाहीं करे के चाहीं)