पियदसी असोक के दोसरका नांव रहे। ई एगो पाली सबद हऽ जेकर माने "एगो अईसन मानुस के दोसरा प दाया माया करत होखे" होला। असोक के सिला थम सभ पे ई नांव "देवानंपिय" संगे ढेर हाली आइल बा।