प्रियंका गांधी
प्रियंका गाँधी (जनम 12 जनवरी 1972; बियाह के बाद प्रियंका गाँधी वाड्रा) एगो भारतीय राजनीतिक नेता बाड़ी। ई राजिव गाँधी फाउंडेशन के ट्रस्टी भी बाड़ी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता के रूप में जनवरी 2019 में इनके सक्रिय राजनीति में आगमन के घोषणा भइल आ पूरबी उत्तर प्रदेश खातिर कांग्रेस के महासचिव खाती इनके नियुक्ति भइल बा जेके चार्ज ई फरवरी 2019 के पहिला हप्ता में लिहें।[2] प्रियंका गाँधी, राजीव आ सोनिया गाँधी के बेटी हई आ राहुल गाँधी के बड़ बहिन हई; फिरोज गाँधी आ भारत के पूर्व परधानमंत्री इंदिरा गाँधी के नातिन हई आ एह तरीका से भारतीय राजनीति में परभावशाली नेहरू-गाँधी परिवार के सदस्य बाड़ी।
प्रियंका गाँधी वाड्रा | |
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जनरल सेक्रेटरी (कांग्रेस) पूरबी उत्तर प्रदेश खातिर[1] | |
पद पर मौजूद | |
पदभार लिहल गइल 4 फरवरी 2019 | |
राष्ट्रपति | राहुल गाँधी |
निजी जानकारी | |
जनम | नई दिल्ली, भारत | 12 जनवरी 1972
राजनीतिक पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
जीवनसाथी | रॉबर्ट वाड्रा (m. 1997) |
संतान | 2 |
माई-बाबूजी | राजीव गाँधी सोनिया गाँधी |
पढ़ाई | दिल्ली युनिवर्सिटी (B.A.) |
दस्खत |
सुरुआती जिनगी
संपादन करींप्रियंका गांधी के जनम दिल्ली में 12 जनवरी 1972 के राजीव गांधी आ सोनिया गांधी के घरे भइल रहे, दू गो संतानन में छोटकी बेटी के रूप में। उनकर बड़ भाई राहुल गांधी केरल के वायनाड से संसद सदस्य हउवें। ऊ भारत के प्रधानमंत्री रहल इंदिरा गांधी, आ एगो स्वतंत्रता सेनानी आ राजनीतिज्ञ फिरोज गांधी के पोती हई, आ भारत के पहिला प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के परपोती हई।
प्रियंका गांधी 1984 ले देहरादून के वेलहम गर्ल्स स्कूल में आपन स्कूली पढ़ाई कइली। एकरा बाद सुरक्षा कारणन से राहुल आ प्रियंका दुनों के दिल्ली के डे स्कूल में ले जाइल गइल। इंदिरा गांधी के हत्या के बाद लगातार आतंक के धमकी के कारण ऊ आ उनकर भाई राहुल दुनों के होम-स्कूल कइल गइल। बाद में ऊ दिल्ली के कान्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी में एडमिशन लिहली। दिल्ली विश्वविद्यालय के जीसस एंड मैरी कॉलेज से मनोबिज्ञान में स्नातक के डिग्री हासिल कइलें आ बाद में 2010 में बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर के डिग्री हासिल कइलें।
1997 में गांधी के बियाह दिल्ली के एगो व्यापारी रॉबर्ट वाड्रा से भइल, प्रियंका गांधी वाड्रा नाम के इस्तेमाल शुरू कइली। ए जोड़ी के दु गो संतान बा लोग।
लोधी एस्टेट में सरकारी आवास खाली करे के कहला के बाद प्रियंका वाड्रा गुरुग्राम शिफ्ट हो गइली।
राजनीतिक कैरियर
संपादन करींगाँधी अपने माताजी सोनिया गाँधी आ भाई राहुल गाँधी के चुनाव क्षेत्र रायबरेली आ अमेठी में हमेशा जात रहल बाड़ी जहाँ ऊ लोग से सीधे संपर्क करे आ लोग से बारता करे खातिर जानल जाली।[3] गाँधी, एह चुनाव क्षेत्र सभ में भरपूर लोकप्रिय हई आ जहाँ कहीं जाली मजिगर भीड़ इनके स्वागत करे ला; अमेठी में एगो पापुलर नारा हवे कि अमेठी का डंका, बिटिया प्रियंका।[4]
प्रियंका गाँधी द्वारा पहिली बेर चुनाव परचार में शामिल होखे के बात पुरान बा जब ऊ 1989 में अपना पिता राजीव गाँधी खातिर अमेठी लोकसभा छेत्र में चुनाव परचार कइली आ एकरे बाद 1999 में राय बरेली में परचार में सामिल रहली जब भाजपा इहाँ से अरुण नेहरू के चुनाव में उतरलस, कैप्टन सतीश शर्मा एहिजा से कांग्रेस के उमेदवार रहलें आ जीत दर्ज कइलें जबकि नेहरू चउथा नमर पर रहलें।[5]
2004 जनरल इलेक्शन में, गाँधी अपना महतारी के साथे चुनाव परचार में सामिल रहली आ भाई राहुल गाँधी के चुनाव परचार में भी मदद कइली।[6] उत्तर प्रदेश के बिधानसभा चुनाव 2007 में जहाँ राहुल गाँधी पूरा प्रदेश पर आपन धियान देहले रहलें, प्रियंका गाँधी अमेठी आ रायबरेली इलाका में सक्रिय रूप से चुनाव परचार में हिस्सा लिहली।
2009 में प्रियंका गाँधी के सुल्तानपुर सीट से चुनाव लड़े के अनुमान लगावल जात रहल बाकी ऊ चुनाव में ना उतरली आ सोनिया गाँधी आ राहुल गाँधी खातिर परचार में हिस्सा लिहली; अगिला चुनाव जवन 2014 में भइल, गाँधी के सक्रिय योगदान पार्टी खाती कंडीडेट चुने में रहल आ बतावल गइल कि ऊ कई जगह पर पार्टी के कंडीडेट बदले में भूमिका अदा कइली।[5] 2014 के चुनाव में राहुल गाँधी के खिलाफ भाजपा स्मृति ईरानी के आ आम आदमी पार्टी कुमार विश्वास के लड़वले रहलीं आ एह चुनाव में राहुल के जीत खातिर प्रियंका गाँधी के परचार के महत्वपूर्ण मानल जाला। एगो भाषण में गाँधी नरेंद्र मोदी पर "नीच राजनीति" करे के आरोप लगवली जेकरा पर बिबाद मचल रहल।[5]
दिसंबर 2018 में इनके द्वारा एगो किताब लिखे के बात सोझा आइल।[7] एगो सीरियस नेता के रूप में राजनीति में सुरुआत करे के कोसिस के तौर पर एकरा के देखल जा रहल बा।[5] किताब 2019 के आम चुनाव से पहिले, मार्च 2019 में छपी। खबर में आइल बा कि ई किताब लगभग 300 पेज के होखी[7] आ एकर संभावित टाइटिल "अगेंस्ट आउटरेज" बतावल जा रहल बा।[8]
23 जनवरी 2019 के प्रियंका गाँधी के औपचारिक रूप से सक्रीय राजनीति के भागीदार नेता के रूप में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव (जनरल सेक्रेटरी) के रूप में पूरबी उत्तर प्रदेश के कमान सम्हारे के घोषणा भइल।[9] एह पद पर ई फरवरी के पहिला हप्ता में चार्ज लिहली।
संदर्भ
संपादन करीं- ↑ "राहुल का बड़ा दांव, प्रियंका गांधी को बनाया कांग्रेस महासचिव, पूर्वांचल का दिया प्रभार - Priyanka gandhi appointed congress general secretary lok sabha election rahul gandhi - AajTak". Aajtak.intoday.in. Retrieved 26 जनवरी 2019.
- ↑ "Priyanka Gandhi appointed Congress general secretary for UP East". archive.is. 2019-01-25. Archived from the original on 2024-12-10. Retrieved 25 जनवरी 2019.
{{cite web}}
: Cite has empty unknown parameter:|dead-url=
(help)CS1 maint: bot: original URL status unknown (link) - ↑ "Priyanka Vadra returns to campaign in Amethi". इंडिया टुडे. 16 जनवरी 2012.
- ↑ "Ground report: Amethi, Rae Bareli seeing a new Priyanka". फस्टपोस्ट. नेटवर्क 18. 27 अप्रैल 2014. Retrieved 1 मई 2017.
- ↑ 5.0 5.1 5.2 5.3 "Priyanka Gandhi's political journey so far". Economictimes.indiatimes.com. Retrieved 2019-01-26.
- ↑ "Priyanka may be assigned 100 constituencies". Rediff.com. Retrieved 1 मई 2017.
- ↑ 7.0 7.1 https://www.timesnownews.com/india/article/priyanka-gandhi-vadra-political-debut-book-2019-lok-sabha-elections-congress-rahul-gandhi-sonia-gandhi-robert-vadra/332576
- ↑ https://www.timesnownews.com/india/article/priyanka-gandhi-vadra-book-against-outrage-congress-rahul-gandhi-sonia-gandhi-robert-vadra-2019-lok-sabha-elections/332590
- ↑ Team, BS Web (23 जनवरी 2019). "Priyanka Gandhi appointed Congress party general secretary for UP-east". Business Standard India. Retrieved 23 जनवरी 2019.