बकरीद (ईद-अल-अज़हा) मुसलमान लोग के पबित्र तिहुआर हवे। ई हजरत इब्राहिम द्वारा अल्लाह के आदेश के पालन में अपना लइका के बली चढ़ावे के घटना के यादगार के रूप में मनावल जाला, लइका के बली देवे के तइयार इब्राहीम के सोझा अंतिम समय पर अल्लाह के भेजल जिबरील एगो भेड़ के बच्चा रख दिहलें आ इब्राहीम के लइका के जान बच गइल रहे। ई मुसलमान लोग के दू गो सभसे पबित्र मानल जाए वाला तिहुआर में से एक बा।

अपना लइका के बलि देवे जा रहल इब्राहीम

इस्लामी कैलेंडर के मोताबिक ई परब जिलहिज के महीना के दसवीं तिथी के मनावल जाला। एह दिन मुसलमान लोग कौनों जानवर के बली चढ़ावे ला आ ओकर तिसरा हिस्सा गरीब आ वंचित लोग के, एतने हिस्सा नात-रिश्तेदार लोग के बाँटल जाला आ बाकी बाँचल तिसरा हिस्सा रख लिहल जाला।