बारावफात

पैगंबर मोहम्मद साहब के जनमदिन के तिहुआर

बारावफात, जेकरा के ईद मिलाद उन नबी, ईद मीलाद भा मवलीद चाहे मौलीद के नाँव से भी जानल जाला, मुसलमान लोगन के एगो तिहुआर हवे जे अंतिम पैगंबर मोहम्मद साहब के जनमदिन के रूप में मनावल जाला। आमतौर प ई हिजरी कैलेंडर के हिसाब से रबी-उल-अव्वल महीना के बारहवीं तारीख के मनावल जाला जेकरा कारन एकरा के बारावफ़ात के नाँव दिहल गइल हवे। हालाँकि, ई मोहम्मद साहब के जन्मतिथि अंटकर के हिसाब से हवे आ बिबादित हवे काहें से कि शिया लोग ईद मिलाद के एही रबी उल अव्वल महिन्ना के सतरहवीं तारीख के मनावे ला।[1]

मुस्लिम जगत में ईद मिलाद के तिथी बिबादित हवे आ एकर उत्पत्ती अनुश्रुति के हिसाब से हवे न की कौनों प्रमाणित तिथी के आधार पर ह। तिहुआर के मनावल जाए के सुरुआतो बिबादित ह आ अनुमान लगावल जाला कि ई अब्बासी या फिर फातिमी लोगन द्वारा सुरू कइल गइल। पहिला सार्वजनिक परब के सुरुआत मुस्लिम जनरल गोकबोरी द्वारा 1207 में कइल गइल। मुराद तिसरा (शा. 1574–1595) के समय, उस्मानी राज में, मौलीद 1588 में आधिकारिक छुट्टी के दिन बन गइल।

सुन्नी मुसलमानन के बहुमत आ कुछ शिया लोग के अनुसार मुहम्मद के जनम रबी-उल-अव्वल के 12 तारीख के भइल रहे।[2][3][4][5] दूसरा ओर कई बारही शिया मुसलमान लोग ई दावा करे ला कि मुहम्मद के जनम रबीउल-अव्वल के 17 तारीख के भइल रहे।[2][3][6] ई इखतिलाफ भा असहमति के बात के रूप में खड़ा बा काहें से कि मुहम्मद इब्न याकूब अल-कुलायनी, इब्न बाबावायह, आ ज़ेन अल-दीन अल-जुबै अल-अमीली नियर प्रमुख शिया बिद्वान लोग रबी के 12 तारीख के तारीख के पुष्टि कइले बा।[7][8] एकरा बावजूद दूसर लोग के कहनाम बा कि मुहम्मद के जनम के तारीख के बारे में जानकारी नइखे आ इस्लामी परंपरा सभ में ई निश्चित रूप से दर्ज नइखे।[9][10][11][12] मौलिद के सही तारीख के मुद्दा के इब्न खल्लिकन द्वारा एह उत्सव से संबंधित पहिला साबित असहमति के रूप में दर्ज कइल गइल।[13]

  1. शांडिल्य, राजेश्वरी (1 जनवरी 2009). भारतीय पर्व एवं त्यौहार (हिंदी में). प्रभात प्रकाशन. ISBN 978-81-7315-617-5.
  2. 2.0 2.1 Mahjubah, vol. 16, 1997, p. 8
  3. 3.0 3.1 उद्धरण खराबी:Invalid <ref> tag; no text was provided for refs named princeton
  4. Tahir ul Qadri (2014), Mawlid Al-nabi: Celebration and Permissibility, Minhaj-ul-Quran Publications, p. 25, ISBN 9781908229144
  5. John L. Esposito (1995), The Oxford Encyclopedia of the Modern Islamic World, Oxford University Press, p. 121, ISBN 978-0-19-506613-5
  6. The Sealed Nectar.
  7. Mohsen Kadivar, روز میلاد پیامبر بازگشت به رای متقدم تشیع, archived from the original on 21 December 2019, retrieved 21 December 2019
  8. Rasool Jafariyan, ولادت رسول خدا (ص) در دوازدهم یا هفدهم ربیع الاول؟
  9. Sanjuán, Alejandro García, ed. (2007). Till God Inherits the Earth: Islamic Pious Endowments in Al-Andalus (9–15th Centuries) (illustrated ed.). BRILL. p. 235. ISBN 9789004153585.
  10. Annemarie Schimmel (1994). Deciphering the signs of God: a phenomenological approach to Islam (illustrated ed.). Edinburgh University Press. p. 69.
  11. Eliade, Mircea, ed. (1987). The Encyclopedia of religion, Volume 9 (illustrated ed.). Macmillan. p. 292. ISBN 9780029098004.
  12. Fitzpatrick, Coeli; Walker, Adam Hani, eds. (2014). Muhammad in History, Thought, and Culture: An Encyclopedia of the Prophet of God [2 volumes] (illustrated ed.). ABC-CLIO. p. 368. ISBN 9781610691789.
  13. Kaptein (1993), p. 21.