ब्राह्मी लिखाई
ब्राह्मी लिखाई प्राचीन भारत मे उपयोग होनेवाली एगो लिखाई रहे। ब्राह्मी लिखाई वर्तमान भारतीय लिखाईयन के जननी बा। ई लिखाई अब प्रचलन में नइखे। कालान्तर मे एह मे परिवर्तन भइल आ परिणाम स्वरुप वर्तमान मे सभे आर्य आ द्रविड़ लिखाईयन के उत्पत्ति भइल। भोजपुरी के मूल लिखाई कैथीओ (जे के भोज लिखाईओ कहल जाला) के उत्पत्ति ब्राह्मी लिखाई से भइल बा। ब्राह्मी आगे अशोका ब्राह्मी आ तमिल ब्राह्मी के रुप मे विकसल। उत्तर, पूर्व आ पश्चिम भारत मे अशोका ब्राह्मी आ दक्षिण भारत मे तमिल ब्राह्मी के विकास भइल। एह लिखाई में लिखल अभिलेख अब इतिहास आ पुरातत्व के पढ़ाई आ रिसर्च में इस्तेमाल होला।
Brahmi | |
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प्रकार | |
भाषा | Saka, Tocharian, Middle Prakrit languages |
काल | c. 3rd century BCE to c. 5th century CE |
परिवार | |
संतान | Gupta, Pallava, and numerous other Brahmic scripts |
बहिन सभ | Kharoṣṭhī (?) |
लिखे के दिशा | बायें-से-दहिने |
ISO 15924 | Brah, 300 |
युनिकोड नाँव | Brahmi |
U+11000–U+1107F | |
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