मसाढ़ के सेर एगो पथल के मुरूती हटे जे आरा कर मसाढ़ गाम मे मिलल बाटे।[1] ई तीसरका सतबदी ईशा पूर्व के हऽ।

  1. The roots of Indian Art, Gupta, p. 88