रवीश कुमार (जनम 5 दिसंबर 1974) एक ठो भारतीय टीवी एंकर[2], लेखक आ पत्रकार बाड़ें। भारतीय समाज आ भारतीय राजनीति से जुड़ल चीज उनुके पत्रकारिता के मुख्य बिसय बा।[3] वर्तमान समय में रवीश एनडीटीवी समाचार नेटवर्क के हिंदी चैनल एनडीटीवी इंडिया के सीनियर ऍक्ज़ीक्यूटिव एडिटर बाड़ें आ एही चैनल पर प्राइम टाइम, हम लोगरवीश की रिपोर्ट नाँव के प्रोग्राम होस्ट करे लें।[4]

रवीश कुमार
जनम (1974-12-05) 5 दिसंबर 1974 (उमिर 49)
जितवारपुर, मोतिहारी, बिहार
पेशासमाचार एंकर, पत्रकार, लेखक
सक्रियता साल1996-वर्तमान
उल्लेखनीय श्रेयप्राइम टाइम
रवीश की रिपोर्ट
क़स्बा
जीवनसाथीनयना दासगुप्ता[1]
सम्मान/पुरस्कारगणेश शंकर विद्यार्थी अवार्ड (2010, 2014 में मिलल),
रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवार्ड,
जर्नलिस्ट ओअफ दि इयर (ब्रॉडकास्ट) 2013
रेमन मैग्सेसे अवार्ड (2019)
वेबसाइटwww.naisadak.org

2014 के लोकसभा चुनाव के समय, रवीश उत्तर-भारत के कई राज्यन में गाँव-गिरांव आ कस्बाई इलाका सब में घूम के इहाँ के लोग से जुड़ल जमीनी मुद्दा, जरूरत आ लोग के राय पर आधारित ब्यापक इंटरभ्यू सीरीज प्रस्तुत कइलेन, जे आमतौर पर टीवी-आधारित समाचार मीडिया के बहुत कम धियान दिहल बिसय हवे। रवीश के उनके अइसने ऑफ-बीट पत्रकारिता खातिर पहिचानल जाला।

एकरे अलावा रवीश ब्लॉग लेखन आ सोशल मीडिया में भी सक्रिय रहे लें। उनके लिखल बहुत छोट कहानी, जेकरा के लप्रेक नाँव दिहलें, के किताब भी छप चुकल बाटे।

सुरुआती जीवन आ पढ़ाई संपादन करीं

रवीश कुमार के जनम 5 दिसंबर 1974 के बिहार राज्य के पूर्वी चंपारन जिला के जितवारपुर नाँव के गाँव में भइल।[5][6] रवीश के सुरुआती पढ़ाई पटना के लोयोला हाईस्कूल में भइल आ एकरा बाद ऊ दिल्ली चल अइलेन। दिल्ली यूनिवर्सिटी के देशबंधु कॉलेज से ऊ इतिहास में आपन डिग्री लिहलें।

निजी जीवन संपादन करीं

रवीश के बियाह नयना दासगुप्ता से भइल हवे जे वर्तमान में लेडी श्रीराम कॉलेज में पढ़ावे लीं।[7]

कैरियर आ पुरस्कार संपादन करीं

 
Ravish Kumar (visible on stage on the left) speaking during a lecture at University of Chicago Center's Journalism week in New Delhi

रवीश कुमार के भारत के राष्ट्रपति के हाथे, प्रतिष्ठित गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान, सन् 2010 में हिंदी पत्रकारिता का रचनात्मक लिखाई खातिर मिलल (2014 में दिहल गइल)। उनके साल 2013 में रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवार्ड फॉर दि जर्नलिस्ट ऑफ दि इयर भी मिल चुकल बा।[8] 2014 में उनके बेस्ट न्यूज एंकर (हिंदी) के अवार्ड भी मिलल। इंडियन एक्सप्रेस के जारी कइल एक ठो सूची में 2016 में उनका के 100 सभसे परभावशाली भारतीय लोग में भी शामिल कइल गइल बा[9] आ उनके 2015 के बेस्ट जर्नलिस्ट अवार्ड, मुंबई प्रेस क्लब के ओर से, भी इनके मिल चुकल बाटे। अगस्त 2019 में इनका के रेमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित करे के घोषणा कइल गइल।[10]

प्रकाशन संपादन करीं

  • इश्क में शहर होना
  • देखते रहिये
  • रवीशपंती
  • दि फ्री वॉइस: ऑन डेमोक्रेसी, कल्चर एंड दि नेशन[11]

संदर्भ संपादन करीं

  1. "Media Landscape and the Making of an Unconventional Journalist". kafila.org.
  2. "Ravish Kumar, NDTV Social". ndtv.com.
  3. "Not a revolution yet". The Sunday Indian Portal. Archived from the original on 2018-12-25. Retrieved 2016-11-05.
  4. "NDTV - The Company". एनडीटीवी. Retrieved 28 अगस्त 2016.
  5. Author admin, 24.03.2014, 13:50 0 comments (2014-03-24). "NDTV वाले रविश के गांव से श्रीकांत सौरभ की रिपोर्ट." Media Darbar. Archived from the original on 2016-11-13. Retrieved 2016-11-05. {{cite web}}: |author= has generic name (help)CS1 maint: multiple names: authors list (link)
  6. "Meet Ravish Kumar, the chronicler of love in Delhi | brunch". Hindustan Times. 2016-10-22. Retrieved 2016-11-05.
  7. "The Peace Maker:Ravish Kumar".
  8. "Ramnath Goenka Excellence in Journalism Awards: The Winners". indianexpress.com.
  9. "#ie100: Narendra Modi to Ravish Kumar, the most powerful Indians". The Indian Express. Retrieved 2016-02-27.
  10. "12 साल बाद भारतीय पत्रकार को मिला रेमन मैग्सेसे अवॉर्ड". अमर उजाला (हिंदी में). 2 अगस्त 2019. Retrieved 3 अगस्त 2019.
  11. रमन, अनुराधा (7 अप्रैल 2018). "The Free Voice: On Democracy, Culture and the Nation review: Looking through glass". दि हिंदू. Retrieved 17 जून 2019.

बाहरी कड़ी संपादन करीं