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'''लिट्टी''', '''बाटी''' या '''भउरी''' [[भोजपुरी क्षेत्र]] के एक ठो पकवान हवे जे गोहूँ के आटा के बनल गोल-गोल लोई के रूप में होला आ एकरे बीच [[चना]] के [[सतुआ]] के चटक मसाला भरल होला आ ई आगि के भउर में सेंक के बनावल जाला।<ref>{{cite web|url=http://www.biharandjharkhand.com/recipe/ranu_littichokha.htm |title=Food and Recipes |publisher=Bihar and Jharkhand |date= |accessdate=2012-09-05}}</ref> आम तौर पर ई गोइंठा के आगि में सेंकल जाला<ref name="Thangam1993">{{cite book|author=Philip Thangam|title=Flavours From India|url=https://books.google.com/books?id=uGaLeof_JUUC&pg=PA6|accessdate=28 September 2012|date=1 जनवरी 1993|publisher=Orient Blackswan|isbn=978-81-250-0817-0|pages=6–}}</ref> हालाँकि, कोइला के आंच में या आधुनिक ओवन में भी संकल जा सकेला। नया जमाना में एकरा तेल में छान के भी बनावल जा रहल बाटे।<ref name="DasguptaGupta1995">{{cite book|author1=Minakshie Dasgupta|author2=Bunny Gupta|author3=Jaya Chaliha|title=Calcutta Cook Book|url=https://books.google.com/books?id=btECzLTe6kMC&pg=PA347|accessdate=28 September 2012|date=1 जनवरी 1995|publisher=Penguin Books India|isbn=978-0-14-046972-1|pages=347–}}</ref> लिट्टी के गाढ़ दाल, [[चोखा]] या मीट के साथ खाइल जाला। लिट्टी-चोखा प्रसिद्ध आ पूरा भोजन हवे।<ref name="Trefler2011">{{cite book|author=Caroline Trefler|title=Fodor's Essential India: With Delhi, Rajasthan, the Taj Mahal & Mumbai|url=https://books.google.com/books?id=iCbp42bJ8FQC&pg=PA157|accessdate=28 September 2012|date=21 June 2011|publisher=Random House Digital, Inc.|isbn=978-1-4000-0529-1|pages=157–}}</ref> बिहार में टीशन के आसपास या बजार में चोखा के साथ लिट्टी बेचे वाला ठेला एक ठो आम दृश्य हवे। लिट्टी-चोखा के [[भोजपुरी संस्कृति]] आ [[बिहार क खाना|बिहार]] के पहिचान के रूप में देखल जाए लागल बा आ अब ई भोजन देस-बिदेस में ले पहुँच बना चुकल बाटे।
 
'''लिट्टी-चोखा''' को [[बिहार]] का व्यंजन माना जाता है, क्योंकि यह [[बिहार]] की एक पारंपरिक डिश है। हालांकि, अब लिट्टी-चोखा न सिर्फ [[बिहार]], [[झारखंड]] में बल्कि पूरे [[भारत]] में मशहूर है, जिसे लोग बड़ी शौक से खाते और बनाते हैं।
 
माना जाता है कि '''लिट्टी-चोखा''' बनाने की शुरुआत [[मगध]] काल में हुई. [[चंद्रगुप्त मौर्य]] यहां के राजा थे, इसकी राजधानी [[पाटलिपुत्र]] थी. जिसे अब [[पटना]] के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि पुराने जमाने में सैनिक युद्ध के दौरान लिट्टी-चोखा खाते थे।<ref>{{Cite news |date=28 जुलाई 2023 |title=मगध काल से है लिट्टी चोखा का रिश्ता, जानें ये कैसे बन गया बिहार की पहचान |work=प्रभात खबर |url=https://www.prabhatkhabar.com/life-and-style/litti-chokha-history-everything-you-need-to-know-about-bihari-cuisine-litti-chokha-recipe-in-hindi-sry |access-date=16 दिसंबर 2023}}</ref>
 
==नाँव==
"https://bh.wikipedia.org/wiki/लिट्टी" से लिहल गइल