हिंदी साहित्य: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर
Content deleted Content added
नया लेख बनावल गइल |
ब्यवस्थित कइल गइल |
||
लाइन 1:
अपना सभसे ब्यापक रूप में, '''हिंदी साहित्य''' में, [[खड़ी बोली]] के मानकीकरण से बनल वर्तमान [[हिंदी भाषा]], आ उत्तरी भारत के मैदानी इलाका के बिसाल हिस्सा में बोलल जाए वाली कई बोली सभ
==फुटनोट==
{{Reflist|35em}}
==स्रोत ग्रंथ==
{{refbegin|2}}
* {{cite book|author=बच्चन सिंह |title=हिंदी साहित्य का दूसरा इतिहास |url=https://books.google.com/books?id=owZZY9gjAJcC&pg=PA22|year=2004|publisher=राधाकृष्ण प्रकाशन प्रा॰ लि॰|isbn=978-81-7119-785-9|ref=harv}}
* {{cite book|author=रामकुमार वर्मा|title=हिंदी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास |url=https://books.google.com/books?id=ndK6GZQP9VUC&pg=PT46|date=2007|publisher=राजकमल प्रकाशन प्रा॰ लि॰ (मूल: लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद)|isbn=978-81-8031-094-2|ref=harv}}
* {{cite book|author=हजारी प्रसाद द्विवेदी|title=हिंदी साहित्य:उद्भव और विकास|url=https://books.google.com/books?id=jskTPJOM6D8C&pg=PA18|date=2009|publisher=राजकमल प्रकाशन प्रा॰ लि॰|isbn=978-81-267-0035-6|ref=harv}}
{{refend}}
[[श्रेणी:हिंदी साहित्य| ]]
[[श्रेणी:भाषा अनुसार साहित्य]]
[[श्रेणी:भारतीय साहित्य]]
{{lit-stub}}
|