विकिपीडिया:लेख टाइटिल: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर

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बिस्तार
बिस्तार
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;लोग
* [[बिल क्लिंटन]] (न कि विलियम जेफ़रसन क्लिंटन)
* [[महात्मा गाँधी]] (न कि मोहनदास करमचंद गाँधी)
* [[भीमराव आंबेडकर]] (न कि बाबासाहेब भीमराव रामजी आम्बेडकर)
 
; जगह
* [[यूनाइटेड किंगडम]] (न कि यूनाइटेड किंगडम ऑफ़ ग्रेट ब्रिटेन एंड नदर्न आयरलैंड)
* [[अमेरिका]] (न कि यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका या संयुक्त राज्य अमेरिका)
* [[गाजीपुर]] (न कि ग़ाज़ीपुर)
 
==भोजपुरी भाषा में होखे ==
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ऊपर बताव आम चलन के नाँव के पैमाना अनुसार, ऑफिशियल नाँव चाहे मानक हिंदी नाँव के रखे के कौनों बाध्यता ना बा। बस ई देखल जाए के चाहीं कि भोजपुरी में ई कवना रूप में बेहवार में बा; अगर भोजपुरी में कवनो बिदेसी शब्द खाती कवनो खास शब्द भा अनुबाद स्वाभाविक चलन में न होखे, नीचे बतावल बिदेसी नाँव संबंधी पैमाना अनुसार उनहन के देवनागरी लिखाई में लिखल जा सके ला।
 
=== लिखाई संबंधी चीज ===
भोजपुरी भाषा के देवनागरी लिखाई में लिखल जाला। हालाँकि, सगरी देवनागरी अच्छर सभ के इस्तेमाल भी जरूरी ना बाटे आ कुछ बिस्तारित देवनागरी करेक्टर सभ के इस्तेमाल भी कइल जा सके ला। नीचे दिहल बात एह मामिला में धियान में रखीं, जब लेख के टाइटिल रखे के होखे:
 
* मूल देवनागरी अच्छर के इस्तेमाल से अगर शब्द भोजपुरी में चलन में होखें उनहन के इस्तेमाल कइल जाय।
* नुक्ता के इस्तेमाल ''लोग'' के नाँव में कइल जाय अगर नाँव उर्दू, फ़ारसी नियर भाषा सभ के होखे, भले नाँव चलन में बिना नुक्तो के उच्चारण में होखे। (उदाहरण खाती [[मिर्जा ग़ालिब]] न कि मिर्जा गालिब)
* जगह के नाँव में, भले शुद्ध नाँव में नुक्ता होखे, अगर भोजपुरी समाज में नाँव बिना नुक्ता के उच्चारण कइल जात बा तब ओकरा के बिना नुक्ता के लिखल जाय। (उदाहरण: [[आजमगढ़]] न की आज़मगढ़, गाजीपुर न कि ग़ाज़ीपुर) अगर भारतीय उपमहादीप से बहरें के जगह के नाँव होखे आ भोजपुरी में ओकर बिना नुक्ता वाला उच्चारण चलन में न होखे तब नुक्ता के जरूर इस्तेमाल कइल जाय। अंगरेजी आ अउरी दूसर भाषा सभ के नाँव, जेह में उच्चारण के सुद्धता देखावे बदे नुक्ता के इस्तेमाल जरूरी होखे आ ओह शब्द के बिना नुक्ता वाला उच्चारण पहिलहीं भोजपुरी में चलन में न होखे तब्बो नुक्ता के इस्तेमाल कइल जाय।
* पंचमाक्षर के इस्तेमाल भोजपुरी विकिपीडिया पर करे के जरूरत ना बा। अइसन सभ जगह पर अं के मात्रा (मने की ऊपर बिंदी) के इस्तेमाल कइल जाय। अपवाद के रूप में कुछ जगह बिदेसी शब्द के उच्चारण साफ समुझावे बदे न् के इस्तेमाल कइल जा सकत बा, बाकी कौनों पंचमाक्षर के इस्तेमाल न कइल जाय।
* उच्चारण साफ समझावे खातिर ॅ या ऑ के इस्तेमाल टाइटिल में कइल जा सके ला अगर बिदेसी शब्द होखे; हालाँकि अगर इनहन के बिना ओह शब्द के चलन भोजपुरी में पहिले से बा तब एह शुद्धता के जरूरत ना बाटे। (उदाहरण खाती [[आस्ट्रेलिया]] न कि ऑस्ट्रेलिया; जबकि [[ऑस्ट्रिया]] लिखल जा सकत बा न कि आस्ट्रिया)
* ङ के उच्चारण भोजपुरी में आम बात बा बाकी लिखाई में ई आ ञ आ ण के इस्तेमाल बहुत चलनसार ना बा; इनहन के इस्तेमाल न कइल जाय। अं के मात्रा या ग (जइसे [[गंगा]] आ [[मंगर]] लिखे में बेसी चलन में बा; इनहने के इस्तेमाल कइल जाय।
* टाइटिल में कौनों अइसन चीन्हा के भरसक न इस्तेमाल कइल जाय जे कीबोर्ड पर टाइप करे आ आम जनता द्वारा सर्च करे में इस्तेमाल न होखत होखे।
* ठीक ऊपर वाला प्वाइंट अनुसार "लाघव चीन्हा" (॰) के इस्तेमाल टाइटिल में न कइल जाय बलुक चलन अनुसार एकरे जगह डॉट (.) के इस्तेमाल कइल जाय।
 
 
 
[[श्रेणी:विकिपीडिया दिसानिर्देस]]