शुगर रोग: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर

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अनुबाद कइल गइल
छो कुछ सुधार/ मोट अच्छर बेमतलब भब्भड़ हो गइल रहल
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'''शुगर के रोग''' चाहे '''शुगर के बेमारी''', जेकरा आम जनता खाली '''शूगर''' के नाँव से बोलावे ले, [[मेटाबोलिज्म]] (हिंदी:चयापचय) संबंधी रोग हवे जेह में [[हाई ब्लड शुगर]] के समस्या पैदा हो जाले आ लमहर समय ले चल सके ले।<ref>{{cite web|title=About diabetes |url=https://www.who.int/diabetes/action_online/basics/en/ |publisher=World Health Organization |access-date=4 अप्रैल 2014 |url-status=dead |archive-url=https://web.archive.org/web/20140331094533/http://www.who.int/diabetes/action_online/basics/en/ |archive-date=31 March 2014 }}</ref> बेर-बेर पेशाब लागल, बहुत पियास लागल आ बहुत जादे भूख लागल एह बेमारी के सभसे आम लच्छन सभ बाड़ें।<ref name="WHO2013" /><ref>https://hi.nhp.gov.in/disease/digestive/intestines/%E0%A4%AE%E0%A4%A7%E0%A5%81%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B9-%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%97</ref> अगर एकर इलाज न करावल जाय तब ई शरीर के अंदर कई किसिम के जटिलता पैदा क सके ला<ref name="WHO2013" /> आ कई अंग सभ के परमानेंट नोकसान पहुँचा सके ला।
 
अंगरेजी में '''''डायबिटीज मेलिटस''''' (Diabetes mellitus) चाहे खाली भर '''''डायबिटीज''''' कहल जाल आ हिंदी में '''मधुमेह''' कहाला। अंगरेजी में एकरा के रोग भा बेमारी, मने की ''डिजीज'', ना कहल जाला बलुक ''डिसऑर्डर'' कहल जाला। [[खून]] में जरूरत से बेसी शुगर होखे के ''हाइपरग्लाइसिमिया'' (hyperglycemia) आ आसान भाषा में ''[[हाई ब्लड शुगर]]'' कहल जाला।
 
शुगर के बेमारी, डायबिटीज मेलिटस, या त [[इंसुलिन]] के कमी से होला या फिर इंसुलिन के साथे रिस्पांस कम होखे से।<ref name=Green2011>{{cite book |veditors=Shoback DG, Gardner D |title=Greenspan's basic & clinical endocrinology|year=2011|publisher=McGraw-Hill Medical|location=New York|isbn=978-0-07-162243-1|chapter=Chapter 17|edition=9th}}</ref> एह तरीका से ई प्रमुख रूप से तीन किसिम के होला:<ref name=WHO2013>{{cite web |title=Diabetes Fact sheet N°312 |url=https://www.who.int/mediacentre/factsheets/fs312/en/|website=WHO |access-date=25 मार्च 2014 |date=2013 |archive-url=https://web.archive.org/web/20130826174444/http://www.who.int/mediacentre/factsheets/fs312/en/ |archive-date=26 August 2013}}</ref>
 
* टाइप-1: जेह में [[पैंक्रियाज]] में भरपूर मात्रा में इंसुलिन ना बन पावे ला।
* टाइप-2: जेह में शरीर के कोशिका सभ इंसुलिन के उचित प्रतिक्रियाजबाब ना दे पावे लीं; एकरा [[इंसुलिन रेजिस्टेंस]] कहल जाला।
* गेस्टेशनल: जेह में औरत लोगन के गरभ के दौरान अचानक ब्लड शुगर हाई हो जाला जबकि पहिले से शुगर बढ़े के कौनों इतिहास ना होखे ला।