शाक्त संप्रदाय

देवी शक्ति के सभसे ऊँच आ ईश्वर माने वाला हिंदू संप्रदाय

शाक्त संप्रदाय सभसे मुख्य हिंदू संप्रदायन में से एक हवे जेह में सभसे ऊँच देवता, भा ईश्वरीय पदवी, देवी के दिहल जाला। एह में देवी भा शक्ति के केंद्रीय स्थान ह आ उनुके बिबिध रूप जीवन आ ब्रह्मांड के बिबिध पहलू सभ के नियंत्रण करे लें। एह तरीका से अलग-अलग देवी लोगन के जीवन के अलग-अलग पहलू खातिर जिम्मेदार आ ओह चीज के देवी मान के उनहन लोगन के पूजा कइल जाला। मुख्य देवी लोगन में सभसे बेसी आराधन कइल जाये वाली देवी दुर्गा हई। उनुका बाद पार्वती आ काली रूप के पूजा होला। त्रिदेवी के कांसेप्ट में पार्वती, लक्ष्मीसरस्वती के महत्व हवे।

भारत में बौद्ध धर्म के जोर कम हो जाये के बाद डेवलप भइल कांसेप्ट आ परंपरा में कई बौद्ध देवी (महायान) लोगन के भी हिंदू देवी लोगन के साथे शामिल क के दस गो देवी लोगन के मंडली कल्पित कइल गइल जेकरा के दस महाविद्या कहल जाला। इनहन लोगन में तारा, भैरवी, त्रिपुरेश्वरी नियन देवी लोग शामिल बाड़ी । एकरे अलावा लोकल लेवल पर गाँव-गाँव में पूजल जाये वाली ग्रामदेवता लोग एह झुण्ड में शामिल बा लोग जिनकर पूजा शाक्त शाखा में होखे ला।