सकट चौथ चाहे सकटा चउथि (संस्कृत: संकष्टी चतुर्थी) एगो हिंदू बरत-तिहुआर हवे जे गणेश देवता के खुस करे खातिर मनावल जाला। ई हर महीना के अन्हार पाख में चउथि के मनावल जाला; हालाँकि माघ महीना के सकट चौथ के बिसेस महत्त्व दिहल जाला। एकरे अलावा भादो के महीना के सकट चौथ के भी कुछ इलाका सभ में बिसेस महत्व के साथे मनावल जाला। अगर सकट चौथ मंगर के दिने पड़े तब ओकरा के अंगारकी संकष्टी चतुर्थी (अंगारक मंगल के एगो नाँव हवे) कहल जाला आ ई बिसेस महत्व वाली मानल जाले। एह दिन औरत लोग ब्रत रहे ला आ साँझ बेरा चंद्रमा के दर्शन आ पूजा करे के बाद बरत तूरे ला।

Sankashti Chaturthi
गणेश, जिनकर पूजा होला
मनावे वालाHindus
प्रकारHindu
समयKrishna paksha chaturthi in All Hindu lunar calendar month (fourth day after Full moon during Every month), decided by Hindu calendar (lunar calendar)

कुछ इलाका सभ में माघ के सकट चौथ के दिने तिल आ गुड़ के बनावल आकृति के बलि देवे के भी परंपरा मिले ला।[1][2]

  1. Satyendra (1962). Loka sāhitya vijñāna. Śivalāla Agravāla. pp. 544–545.
  2. यतीन्द्र मोहन प्रताप मिश्र (2016). Shaharnama faizabad. Vani Prakashan. pp. 542–. ISBN 978-93-5229-583-8.