"सच्चा ईशु गिरजाघर" (English: True Jesus Church") एगो आत्म-निर्भर गिरजाघर ह जौन चीन के बीजिंग में सन् 1917 में स्थापित भइल रहे। आज लगभग पच्चीस लाख (2.5 मिलियन) लोग अड़तालिस देशन में छौ गो महाद्वीपन में उनकर सदस्य बा लोग। इ गिरजाघर अईसन धर्म के विरोधी डाढ़ के बा जौन बिसवीं सदी के शुरुआत में उभरल रहे। 1932 से इ गिरजाघर भारत में स्थापित भइल। उनकर धर्म रहल बा अईसन धर्म के पाठ "प्रभु ईशु के दुसरका अवतार" आवे से पहिले सभी देशन के पढ़ावे के।

इ गिरजाघर के दस गो प्रमुख सिद्धांत बा:

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पवित्र आत्मा

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"पवित्र आत्मा के वादा, कईयन भाषा के बोली में प्रमाणित बा, इ हमनी के विरासत स्वर्ग राज्य के गारंटी ह"

नामाकरण संस्कार

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"नामाकरण संस्कार (जल बैप्टिज्म) एगो धार्मिक संस्कार ह पाप से मुक्ति पावे खातिर आ पुनर्जीवन खातिर। जल बैप्टिज्म प्राकृत में रहल पानी नदी, समुंद्र आ झरना में करे के चाहीं। पाप से क्षमा खातिर वफा आ प्रायश्चित के साथ बैप्टिज्म करल जरुरी बा। जौन आदमी पहिले से जल बैप्टिज्म कर चुकल बा उ जिसस क्रिस्ट के नाम पर मार्गदर्शन करेला। जौन आदमी बैप्टिज्म प्राप्त कर रहल बा उ के पूर्ण रुप से सिर झुका के चेहरा निचे कि ओर कर के पानी में डुबकी लगावे के पड़ेला।"

चरण धोवाई

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"धार्मिक संस्कार "चरण धोवाई" कईला से कोई भी आदमी प्रभु जिसस के अंग बन जायेला, इ निरंतर रुप में इ भी ध्यान दिलावेला कि आदमी के अन्दर प्रेम, पवित्रता आ माफ कर देवे के क्षमता होवे के चाहीं। जौन भी आदमी जल बैप्टिज्म प्राप्त कर रहल बा उ के प्रभु जिसस के नाम पर आपन गोड़ धोवे के चाहीं। पारस्परिक गोड़ धोवाई कभी भी उचित कोशिश हो सकत बा।"

पवित्र सहभागिता

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"पवित्र सहभागिता (होली कम्युनियन) प्रभु ईशु जिसस क्रिस्ट के मृत्यु के याद में करे जाये वाला एगो संस्कार ह। इ संस्कार हमनी के अन्दर आपन प्रभु ईशु के शरीर के अंश (मांस) आ खुन प्रवेश करावेला जे से हमनी के अनन्त जीवन के प्राप्ती होई आ अन्तिम दिन प्रभु के द्वारा उठावल जाई। इ संस्कार जेतने हो सके ओतने करे के चाहीं इ संस्कार में मात्र एगो ताजा रोटी आ अंगुर के रस प्रयोग होला।"

सब्बाथ दिवस

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"सब्बाथ दिवस" सप्ताह के सातवां दिन (शनिवार) एगो पवित्र दिन ह। इ के भगवान के कृपा मान के हमनी के जीवन के शुरुआत आ भविष्य में अलौकिक शान्ति के कामना करे के चाहीं।"

प्रभु ईशु

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"जिसस क्रिस्ट, जौन शब्द मांस बन गइल, पापियन के मोचन खातिर क्रुस पर चढ़ के मर गइले, तीसरा दिन पुन: जीवीत हो क स्वर्ग चल गइले। उहे एगो मानव जाति के रक्षक बाड़ें, जे स्वर्ग आ पृथ्वी के बनईले बाड़न, आ उहे एगो सच्चा प्रभु बाड़न।"

इसाई ग्रन्थ

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"पवित्र बाइबल में पुरान आ नया संग्रह बा, जौन प्रभु द्वारा प्रेरित बा, मात्र एगो लिखित सच, आ जौन इसाई जिवन खातिर महत्वपुर्ण बा।"

"विश्वास के द्वारा प्रभु के कृपा से मुक्ति प्राप्त होला। विश्वासी लोग के पवित्रता हासिल करे खातिर पवित्र आत्मा के अनुशरण करे के चाँही, प्रभु के सम्मान करे के चाँहीं, आ मानवता से प्रेम रखे के चाँही।"

"गिरजाघर के निर्माण प्रभु जिसस क्रिस्ट द्वारा भइल, उ पवित्र आत्मा द्वारा "बरसात के बाद" के दौरान भइल; इ गिरजाघर के पुनर्निर्माण अपॉस्टॉलिक समय में भइल।

अन्तिम निर्णय

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" अन्तिम दिन फेर प्रभु ईशु ई धरती पर स्वर्ग से अइहे आ दुनिया के साथ न्याय करीहे: जे लोग् पुन्य कइले होइ अनन्त् जिवन प्रप्त होइ आ जे पाप कइले होइ उ के निन्दा होइ".