सेरगढ़ के किला
सेरगढ़ के किला चाहे भुरकुंडा किला बिहार के सासाराम मे एगो किला बाटे।[1][2] ई एगो 800 फीट ऊँच पठार प बा जेकरा शेर शाह सूरी इस्तेमाल करत रहन।[3] अगम आ सघन बन मे होखला के चलते ई पठार के नीच्चे से ना लउके आ पठार दुर्गावती नदी के आर प बाटे।[4]
सेरगढ़ के किला | |
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लोकल नाँव अंग्रेजी: शेरगढ़ किला, शेरगढ़ किला | |
लोकेशन | सासाराम, भारत |
अक्षांस-देसांतर | 24°49′40″N 83°43′41″E / 24.827852349185342°N 83.72817241126694°Eनिर्देशांक: 24°49′40″N 83°43′41″E / 24.827852349185342°N 83.72817241126694°E |
निर्माण | 1540-45 |
आर्किटेक्चर इस्टाइल | भारतीय-इस्लामी वास्तुकला |
मालिक |
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इतिहास
संपादन करींई किला शेर शाह सूरी 1540 से 1545 से बीच मे बनववले रहन।
संदर्भ
संपादन करीं- ↑ बिहार, पास्ट एंड प्रेजेंट: Souvenir, 13th Annual Congress of Epigraphical Society of India. Kashi Prasad Jayaswal Research Institute. 1987.
- ↑ प्रोविंशियल सिरीज: बंगाल, भाग. २. उषा. 1984.
- ↑ मुरे, जौन. ए हँड़बूक फोर ट्रेवेलर इन इंडिया, बर्मा एंड सिलोन: Including All British India, the Portuguese and French Possessions, and the Indian States.
- ↑ "470 साल पुराने इस रहस्यमय किले में हैं सैकड़ों सुरंगें और तहखाने, यहां जाने से डरते हैं लोग". अमर उजाला.
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