हिंदु धरम मे, गंगा के पाबित्तर मानल गइल बा आ देबी के पदबी दिहल बाटे अउर माई मानल जाला। हिंदु धरम मे हेकर पुजाई होला आ अईसन मानल जाला जे एहमे डुबकी लगइला से पाप से मुक्ति मिल जाला। एहमे मुअल मनई के राख दहाइला से ओकर आत्मा के शांति मिलेला। नर्मदा नदी के एकर बहिन मानल जाला। अईसन मानल जाला जे हर गंगा सतमी के गंगा जी आवेली आ नर्मदा मे सनान करेली।

गङ्गा या गंगा
  • Vijay Singh: The River Goddess (Moonlight Publishing, London, 1994)

बाहरी कड़ी

संपादन करीं