कहावत
कहावत भा लोकोक्ति आम जबान पर चढ़ल वाक्य होखे लें जिनहन के परंपरा अनुसार खास अरथ होला आ कुछ खास दसा में पूरा भाव के एक वाक्य में ब्यक्त करे खाती इस्तेमाल होलें। साहित्य में इनहन के प्रयोग भाषा में गति आ व्यंग दूनों बढ़ावे में सहायक होला।
भोजपुरी कहावत
संपादन करींभोजपुरी कहावत अइसन कहावत बाड़ी जे भोजपुरी भाषा में बाड़ी आ भोजपुरी क्षेत्र के अलावे अन्य अईसन जगहन पर भी चलन मे बाड़ी जहाँ भोजपुरिया लोग बसल बाटे। भोजपुरी क्षेत्र में भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के बस्ती, फैजाबाद, आजमगढ़ जिला के हिस्सा, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बलियाँ, मऊ, गाजीपुर, बनारस, चंदौली आ मिर्जापुर जिला, सोनभद्र जिला के कुछ हिस्सा; बिहार राज्य के सिवान, बेतिया, चम्पारन, छपरा (सारन), मुजफ्फरपुर जिला; झारखंड के रांची पलामू क्षेत्र; आ नेपाल के तराई क्षेत्र के हिस्सा बाटे।[1][2]
संदर्भ
संपादन करीं- ↑ भोजपुरी कहावतें: एक सांस्कृतिक अध्ययन. वाणी प्रकाशन. 2006. pp. 58–. ISBN 978-81-8143-562-0.
- ↑ Mukteshwar Tiwari (1971). Bhojapurī lokoktiyām̐ aur mūhāvare. Hindī Parishad.
बाहरी कड़ी
संपादन करींविकिकहनाम पर कोटेशन देखल जाय: कहावत पर। |
- BHojpuri Proverbs, S. W. Fallon