क्लासिकल एंटिक्विटी

8वीं सदी ईपू से 6वीं सदी ईसवी तक ले के दौर में प्राचीन यूनान आ प्राचीन रोम के सांस्कृतिक इतिहास के ज

क्लासिकल एंटिक्विटी (अंग्रेजी: classical antiquity) (जेकरा क्लासिकल एरा, क्लासिकल पीरियड भा क्लासिकल एज कहल जाला) भूमध्य सागर के आसपास के इलाका के सांस्कृतिक इतिहास के 8वीं सदी ईसा पूर्ब से 6वीं सदी ईसवी तक ले के युग हवे। एह जुग में प्राचीन यूनान (एंशियेंट ग्रीस) आ प्राचीन रोम (एंशियेंट रोम) के सभ्यता सामिल कइल जालीं आ एकरा के ग्रीको-रोमन वल्ड के रूप में जानल जाला। पहिले यूनान में, आ बाद में रोम में सभ्यता-संस्कृति एह जुग में अपना ऊँचाई तक पहुँचल जेकर बाकी इलाका सभ पर आ बाद के इतिहास पर परभाव पड़ल।

पार्थेनन एह क्लासिकल जुग के सबसे जानल-चीन्हल निशानी हवे।

परंपरागत रूप से, एह जुग के शुरुआत महाकाब्य के रचना करे वाला कवी होमर (8वीं-7वीं सदी ईपू) के समय से मानल जाला जे सबसे पुरान रिकार्ड कइल काब्य हवे, एकरे बाद ई जुग जारी रहे ला, ईसाइयत (क्रिश्चियनिटी) के उदभव ले (1हिली सदी ईसवी) आ पच्छिमी रोमन साम्राज्य के पतन (5वीं सदी ईसवी) तक ले। एह क्लासिकल जुग के पतन लेट एंटिक्विटी (250-270) ले मानल जाला, एकरे बाद ओभार्लैप के जुग आवे ला आ शुरूआती मध्य जुग (600-1000) आ जाला। क्लासिकल एंटिक्विटी के एगो मतलब आदर्श आ शास्त्रीय नजरिया से भी लिहल जाला जे बाद के लोगन में ओह जमाना के सभ्यता-संस्कृति के आदर्श रूप में देखे से पैदा भइल भावना आ बिचार से जनमल हवे।