खिचड़ी (तिहुआर)
खिचड़ी[1] चाहे सकरात[2] (संस्कृत: मकर संक्रान्ति) उत्तर भारत, खास क के पूरबी उत्तर परदेस (पूर्वांचल) आ बिहार में, मनावल जाये वाला तिहुआर हवे जवन सुरुज के मकर राशि में परवेश की दिने मनावल जाला। भारत में ई बहुत आम तिहुआर हवे जे मुख्य रूप से मकर संक्रांति चाहे संक्रांति कहल जाला। ई तिहुआर सुरुज के गति के हिसाब से पड़े ला आ आमतौर पर अंग्रेजी कलेंडर के मोताबिक जनवरी महिन्ना में 14 तारीख के आसपास पड़े ला; कौनों कौनों साल ई 13 चाहे 15 जनवरी के पड़ सके ला। हिंदू पतरा के हिसाब से ई आमतौर पर माघ के महीना में पड़े ला।
पूर्वांचल आ बिहार के भोजपुरी क्षेत्र में एहि दिन खिचड़ी खाये आ दान करे के महत्व होखे के कारन एह तिहुआरवे के नाँव खिचड़ी पर गइल हवे। खिचड़ी खाये के अलावा एह दिन नहान, दान आ पूजा-पाठ कइल जाला। कुछ इलाका सभ में तिल के बनल चीज, खास क के तिलवा खाइल जाला। चिउड़ा-दही खाए के चलन भी कुछ जगह बाटे। झारखंड में संताल लोग सकरात नाच खातिर जानल जालें।[3]
संदर्भ
संपादन करीं- ↑ Nair, Rukmini Bhaya; deSouza, Peter Ronald (20 फरवरी 2020). Keywords for India: A Conceptual Lexicon for the 21st Century (अंग्रेजी में). Bloomsbury Publishing. ISBN 978-1-350-03925-4.
- ↑ K, Sushma (14 मई 2020). Bhartiya Etihaas (हिंदी में). BlueRose Publishers.
- ↑ Krishna, Sanjaya (1 जनवरी 2013). JHARKHAND KE PARVA-TYOHAR, MELE AUR PARYATAN STHAL (Prabhat Prakashan) (हिंदी में). Prabhat Prakashan. ISBN 978-93-5048-528-6.
ई संस्कृति-संबंधी लेख एगो आधार बाटे। जानकारी जोड़ के एकरा के बढ़ावे में विकिपीडिया के मदद करीं। |