मदन मोहन मालवीय पुल, जेकरा लोग राजघाट पुल के नाँव से जाने ला, उत्तर प्रदेश के बनारस शहर में गंगा नदी पर बनल दुतल्ला पुल बाटे जेह पर रेल आ सड़क आवागमन होला। एकर पुराना नाँव डफरिन ब्रिज हवे।[2][3] 1887 में बन के पूरा भइल ई पुल अवध एंड रोहिलखंड रेलवे द्वारा बनावल गइल। ई बनारस के मुगलसराय से जोड़े ला। नगीचे मौजूद राजघाट के नांव पर आम लोग एकरा के एही नाँव से जाने ला। एकरे लगे मौजूद रेलवे इस्टेशन काशी के नाँव पर एकरा के काशी पुल भी कहल जाला। एकरे ऊपरी डेक पर से सड़क गुजरे ले आ ई ग्रैंड ट्रंक रोड हवे जे इहाँ गंगा नदी के पार करे ला। 1948 में एकर नाँव बदल के मालवीय पुल क दिहल गइल।

राजघाट पुल
राजघाट पुल
लोकेशन25°19′21″N 83°02′04″E / 25.322382°N 83.034582°E / 25.322382; 83.034582निर्देशांक: 25°19′21″N 83°02′04″E / 25.322382°N 83.034582°E / 25.322382; 83.034582
इस्तेमालरेल, सड़क
पार करे लागंगा
जगहराजघाट, बनारस
ऑफिशियल नाँवमालवीय पुल
डफरिन ब्रिज (पुरान नाँव)
अउरी नाँवकाशी पुल
नाँवधराईमदन मोहन मालवीय
लार्ड डफरिन (पुरान नाँव)
बिसेसता
कुल लंबाई1048.5 मीटर[1]
इतिहास
पूरा भइल1887
राजघाट पुल is located in Uttar Pradesh
राजघाट पुल
राजघाट पुल
उत्तर प्रदेश में लोकेशन
  1. "Bridges: The Spectacular Feat of Indian Engineering By R.R.Bhandari" (PDF). Archived from the original (PDF) on 2016-03-05. Retrieved 2017-12-20.
  2. Ajay Chaturvedi Publish: Aug, 05 2017 12:10:00 (IST) (2017-08-05). "Kashi Malviya bridge bad condition reality news in hindi सवा सौ साल पुराना काशी का धरोहर मालवीय ब्रिज जर्जर Patrika Hindi". Patrika.com. Retrieved 2017-12-20.
  3. "राष्ट्रीय धरोहर मालवीय पुल हुआ जर्ज़र" ((अंग्रेजी में) में). Dnaindia.com. Retrieved 2017-12-20.{{cite web}}: CS1 maint: unrecognized language (link)