ताना भगत

झारखंड के एगो समुदाय

ताना भगत लोग भारतीय राज्य झारखंड के आदिवासी लोग के एगो समुदाय हऽ। ई लोग इतिहासी ताना भगत आंदोलन खाती जानल जाला।[1][2][3][4] इनहन लोग के परसिद्ध नेता जतरा भगत रहलें। मूल रूप से ई लोग झारखंड के छोटा नागपुर इलाका के उराँव जनजाति से रहल आ एगो नया पंथ चला के धार्मिक आ राजनीतिक आंदोलन चलावल।

झारखंड के राँची में वीर जतरा भगत के मूर्ती

सुरुआत संपादन करीं

ताना भगत लोग के समुदाय के रूप में एकट्ठा होखे के पाछे ओराँव जनजाति के संत जतरा भगत आ तुरिया भगत लोग रहल। राँची के गुमला के जतरा भगत ई घोषणा कइलेन कि उनके दैवी आदेस मिलल बाटे एगो नया पंथ चलावे के, ताना पंथ, जे ओराँव समुदाय के पुरनका रिवाज सभ से अलग रहल। ताना लोग ओराँव समाज के नया तरीका से संगठित करे सुरू कइल आ परंपरागत रूप से चलत आ रहल पहान(ओराँव पुजारी) आ महतो (गाँव के मुखिया) के बिरोध कइल सुरू क दिहल, परंपरागत पूजा के तरीका आ बलि देवे के रिवाज के खिलाफत कइल। अपना सुरू के दौर में ई कुरुख धरम कहाइल करे। कुरुख ओराँव लोगन के मूल धरम हवे।[4]

आंदोलन संपादन करीं

ताना भगत लोग ब्रिटिश सरकार के बिरोध कइल आ टैक्स देवे से मना क दिहल। भारतीय आजादी के आन्दोलन सभ में ई पहिला सत्याग्रह (सिविल डिसऑबीडिएंस) के नमूना रहल, इहाँ तक कि गाँधी के सत्याग्रह से भी पहिले अइसन आंदोलन इहे लोग कइल। ई लोग जमींदार, बनिया, मिशनरी, मुसलमान आ ब्रिटिश सरकार के बिरोध कइल।[4] 1920-21 में गाँधीजी इहाँ राँची अइलें आ ताना भगत लोगन से संपर्क भइल आ ई लोग गाँधी जी के अनुयाई बनत गइल।[5]

हाल के समय में संपादन करीं

अप्रैल 2022 में ताना भगत लोग त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव रद्द करे खाती आंदोलन कइल। [6] उपायुक्त के आश्वासन के बाद ई आंदोलन खतम भइल।[7]

संदर्भ संपादन करीं

  1. कुमार, संजय (2008). "The Tana Bhagat Movement in Chotanagpur (1914-1920)". Proceedings of the Indian History Congress. 69: 723–731. Retrieved 26 जून 2018.
  2. "Tana Bhagats want early solution to their problems - Times of India". The Times of India.
  3. Bahadur), Sarat Chandra Roy (Rai (1915). The Oraons of Chota Nagpur: Their History, Economic Life, and Social Organisation (अंग्रेजी में). Crown Publications.
  4. 4.0 4.1 4.2 Dasgupta, Sangeeta (1999-02-01). "Reordering a World: The Tana Bhagat Movement, 1914-1919". Studies in History (अंग्रेजी में). 15 (1): 1–41. doi:10.1177/025764309901500101. ISSN 0257-6430. S2CID 162127973.
  5. डाँ. जे. पी. सिंह, (1 April 2016). आधुनिक भारत में सामाजिक परिवर्तन. PHI Learning Pvt. Ltd. pp. 223–. ISBN 978-81-203-5232-2.{{cite book}}: CS1 maint: extra punctuation (link)
  6. "चोथे दिन भी टाना भगतो का आंदोलन जारी". bnnbharat.com. 29 अप्रैल 2022. Retrieved 1 मई 2022.
  7. "उपायुक्त ने दिया आश्वासन,टानाभगतो का आंदोलन हुआ समाप्त". Live 7 TV. 30 अप्रैल 2022. Retrieved 1 मई 2022.[मुर्दा कड़ी]